इस कारण से माता पिता ने लिया दिव्यांग आश्रम बनाने का फैसला

खबरें अभी तक। जिला कांगडा के छतर गांव में एक मासूम दिव्यांग बच्चे की हालत ने उसके माता पिता को इस कदर झकझोर दिया कि उन्होंने अपने घर में दिव्यांग आश्रम बनाने का फैसला ले लिया है।

दरअसल छतर गांव के नीरज शर्मा का एक 5 साल का बेटा है जोकि पूरी तरह से गुंगा बहरा है और पूरी तरह से अपाहिज अवस्था में है बेटे की इस हालत से प्ररेणा लेकर माता-पिता ने गांव में एक दिव्यांग आश्रम बनाना शुरू कर दिया है ताकि उनके बच्चे जैसे अन्य गरीब दिव्यांग और अनाथ बच्चों को इलाज और अन्य सुविधा मिल सके जोकि पैसे के अभाव में अपने दिव्यांग बच्चों का इलाज और उनका पालन पोषण नहीं कर पा रहे है।