राष्ट्रीय यु़द्ध स्मारक दिल्ली से आरंभ हुई ‘विजय मशाल’ यात्रा का मंडी में सीएम ने किया भव्य स्वागत

ख़बरें अभी तक। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कारगिल विजय दिवस के 20वें आयोजन पर राष्ट्रीय यु़द्व स्मारक, दिल्ली से आरंभ हुई ‘विजय मशाल’ यात्रा का आज जिला मण्डी के सेरी मंच पहुंचने पर भव्य स्वागत किया तथा कारगिल के वीर शहीदों को भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सेरी मंच पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के शूरवीरों की शौर्य गाथा को याद करने का यह एक विशेष अवसर है। उन्होंने कहा कि अंतिम सांस तक दुशमन को सबक सिखाने वाले भारत के साहसिक और निर्भीक सैनिकों को देश कभी नहीं भूल पायेगा।

जय राम ठाकुर ने कहा कि ‘ऑपरेशन विजय’ में देश के 4 वीर सैनिकों को परमवीर चक्र प्राप्त हुए, जिनमें दो हिमाचल प्रदेश के वीर सपूत, कै0 विक्रम बतरा तथा हवलदार संजय कुमार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्व में देश के 527 सैनिकों ने मातृ भूमि के लिए अपने प्राणों की आहूति दी, जिनमें से वीर भूमि हिमाचल के 52 सैनिक थे, इनमें 12 जिला मंडी के जवान थे।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार सैनिकों व उनके परिवारों के कल्याण के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि कारगिल शहीदों के 28 आश्रितों को पैट्रोल पंप तथा गैस एजैंसियां आवंटित की गयी हैं। प्रदेश सरकार ने शहीदों के परिवारों को 20 लाख रूपये तथा घायलों को 5 लाख रूपये सहयोग राशि देने का निर्णय भी किया है तथा वीर सैनिकों को हरसंभव सहयोग दिया जायेगा।

इस अवसर पर पंडोह आर्मी कैंप के कमांडिग ऑफिसर कर्नल एन.के. शर्मा ने बताया कि ‘विजय मशाल’ देश के 11 शहर व कस्बों से गुजरती हुई जम्मू कश्मीर के द्रास में कारगिल बार मैमोरियल ज्योति में विलय होगी।

कार्यक्रम में मेजर विक्रम ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दिल्ली से आरंभ होकर द्रास पहुंचने वाली विजय मशाल यात्रा के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर ऑप्रेशन विजय पर एक वृतचित्र दिखाया गया तथा डिफेंस वूमेन वेलफेयर एसोसियेशन, केंद्रीय विद्यालय खलियार द्वारा देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के अंत में विजय मशाल को आगामी यात्रा हेतु सेना के अधिकारियों को सौंपा। यह यात्रा जम्मू कश्मीर के द्रास में 26 जुलाई को सम्पन्न होगी।