प्रियंका गांधी कर पाएगी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में मज़बूत?

ख़बरें अभी तक। उत्तर प्रदेश में अब कांग्रेस पार्टी अपने आप को मज़बूत करने के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाने जा रही है। प्रियंका गांधी इसके पहले भी उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार कर चुकी है चाहे वह 2017 का विधानसभा चुनाव हो या 2019 का लोक सभा चुनाव, 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने औपचारिक रूप में राजनीति में क़दम रख दिया था।

कांग्रेस पार्टी की निगाहें प्रियंका गांधी कि वोर टिकी हुई है कांग्रेस पार्टी को लगता है कि अगर उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनावों से पहले और उत्तर प्रदेश में होने वाले 12 विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी को मज़बूत करना है और जीतना है तो प्रियंका गांधी जैसे जुझारू नेता को उत्तर प्रदेश की ज़िम्मेदारी देनी होगी उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में इस ख़बर के बाद ख़ुशी की लहर है मगर इंतज़ार है औपचारिक ऐलान का है।

वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस पार्टी की विरोधी पार्टी भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में कुछ ख़ास नहीं कर पाएंगी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि प्रियंका गांधी इस बार 2019 से भी बुरी तरीक़े से चुनाव हारेंगी।

वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर अहंकार आ गया और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के अंदर भी अहंकार दिखाई दे रहा है।

उत्तर प्रदेश की राजनीति में प्रियंका गांधी का पूर्णतह प्रवेश करने की ख़बर के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तो है मगर सभी पार्टियां देखना चाहती हैं कि आख़िर प्रियंका गांधी कितना उत्तर प्रदेश का दौरा कर पाती है और कितना उत्तर प्रदेश की जनता से सीधा जुड़ पाते हैं जिसके बाद यह पता चलेगा कि कांग्रेस पार्टी ज़मीन पर कितना मज़बूत हुई।