महिलाएं चाहती है कि पुरूष समझे उनकी ये समस्याएं

खबरें अभी तक। कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है कि महिलाएं चाहकर भी अपनी समस्या या तकलीफ दूसरों को नहीं बता पातीं और उन्हें अकेले ही सबकुछ सहना पड़ता है. कई मौकों पर तो औरतों को लगता है कि अगर वो महिला न होकर पुरुष होतीं तो ज्यादा अच्छा होता. औरतों को कई ऐसी चीजों और परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है जिनसे मर्दों का कभी सामना तक नहीं होता है.

हालांकि कुछ पुरुष ऐसे होते हैं जो महिलाओं और उनकी तकलीफों को काफी हद तक समझते हैं पर ऐसे मर्दों की संख्या भी कम नहीं है जो इन सभी बातों से बिल्कुल अनजान होते हैं. ये कुछ ऐसी ही बातें और समस्याएं है जिनसे एक लड़की को गुजरना पड़ता है.

1.पीरियड्स की तकलीफ-

महिलाओं को हर महीने इस तकलीफ से गुजरना पड़ता है. पीरियड्स के दर्द और चिड़चिड़ेपन को सहन करने के साथ ही उन्हें ये भी डर रहता है कि कहीं कपड़े पर दाग न लग जाए. बैग में सैनेटरी नैपकीन को छिपाकर रखना और ऐसे में अगर कोई पुरुष गलती से भी बैग खोल ले तो स्थिति बेहद असहज हो जाती है. लड़कियों की ये समस्या लड़कों को कभी समझ नहीं आती.

2.ब्रेस्ट फीड कराना-

किसी भी महिला के लिए मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास है लेकिन बच्चे को संभालना काफी चुनौती भरा काम है. कई बार ऐसा होता है कि बच्चे को सार्वजनिक स्थान पर भूख लग जाती है और मां को उसे ब्रेस्ट फीड कराना पड़ता है. ऐसी स्थिति भी महिलाओं को कुछ असहज कर देती है पर महिलाओं की इस समस्या का एहसास कम ही पुरुषों को होता है.

3.कपड़े-

कई महिलाएं ऐसी होती है जिन्हें परंपरागत परिधान पहनना असहज लगता है और इसी के विपरीत कई ऐसी भी होती हैं जिन्हें वेस्टर्न ड्रेस पहनने में तकलीफ होती है. पर कई बार ऐसे मौके आते हैं जब उन्हें दूसरों की खुशी के लिए उनके अनुसार कपड़े पहनने पड़ते है.

4.घर और ऑफिस को एकसाथ संभालना-

घर और ऑफिस को एकसाथ संभालना किसी के लिए भी आसान नहीं है. पर ज्यादातर महिलाओं को ये सबकुछ अकेले ही संभालना पड़ता है. उन्हें बच्चों के होमवर्क से लेकर अपने ऑफिस प्रोजेक्ट सभी को संभलना पड़ता है. ये एक बहुत मुश्क‍िल टास्क है जिसका एहसास कम ही मर्दों को होता है.

5.अपने लिए वक्त-

हर इंसान को अपने लिए कुछ वक्त चाहिए होता है. पर घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों को निभाते-निभाते एक औरत के पास इतना वक्त ही नहीं बचता है कि वो अपने लिए भी कुछ सोच सके. कई बार ये स्थिति तनाव का कारण बन जाती है, जिससे चिड़चिड़ापन होने लगता है. महिलाओं की इस समस्या को कम ही पुरुष समझते हैं.