ऊना में बेखौफ खनन माफिया ,जगह-जगह सजा दी रेत की दुकानें

ख़बरें अभी तक। हिमाचल के साथ लगते विभिन्न राज्यों में मशहूर ऊना जिला की स्वां नदी का रेत अब सिर्फ स्वां नदी में ही नहीं बिक रहा बल्कि स्वां से निकालकर इस रेत की जिला में जगह-जगह दुकाने सजा दी गई है। जबकि नियमानुसार खनन सामग्री की डंपिंग सिर्फ खनन पट्टा क्षेत्र में ही की जा सकती है।

वहीं रात के अँधेरे में खननकारी स्वां नदी में बड़ी-बड़ी मशीने लगाकर रेत निकाल इन डंपों पर फेंक रहे है और दिन के उजाले में अपने आप को पाक साफ़ बताने के लिए इन डंपों से ही रेत की गाड़ियां लोड की जाती है। 10 जुलाई को प्राकक्लन समिति ने इन डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे लेकिन विभाग इन डंपों को हटाने की बजाय जायज करार दे रहा है। वहीं इस मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष भी आमने सामने आ गए है। कांग्रेस विधायक ने इस मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी दी है वहीँ भाजपा लगातार कार्रवाई का दावा कर रही है।

ऊना जिला में खननकारियों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। ऊना की जीवनधारा कही जाने वाली स्वां नदी में रात का अन्धेरा होते ही बड़ी-बड़ी मशीने लगाकर सफेद सोना कहे जाना वाला रेत निकालकर सुबह के उजाले में उसी रेत की दुकाने सजाई जा रही है। जिला ऊना में जगह-जगह रेत के बड़े बड़े डंप लगाए गए है जिनसे दिनभर रेत की सप्लाई की जाती है। 10 जुलाई को ऊना पहुंची प्राक्कलन समीति ने भी विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान इस मुद्दे पर सख्त रूख अपनाते हुए रेत के डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे। लेकिन खनन विभाग अभी भी कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है और 24 तो क्या 4 दिन बीत जाने के बाद भी रेत के डंप ज्यों के त्यों लगे हुए है।

खनन विभाग खननकारियों पर इतना मेहरबान है कि जगह-जगह लगे इन डंपों को जायज करार दे रहा है। खनन अधिकारी की माने तो ऊना जिला में 85 खनन पट्टे स्वीकृत है और अधिकतर खनन पट्टे स्वां नदी क्षेत्र में ही है। खनन अधिकारी का कहना है कि यह डंप वैध खनन स्त्रोतों के द्वारा ही लगाए गए है लेकिन सवाल यह है कि नियमानुसार खनन पट्टा क्षेत्र में ही रेत की स्टोरेज की जा सकती है

वहीं जिला पुलिस खनन के प्रति गंभीर होने का दावा करते हुए वर्ष 2018 में खनन के 310 चालान करके करीब 29 लाख रुपये जुर्माना बसूलने की बात कर रही है। एएसपी ऊना विनोद धीमान ने कहा कि इन 6 महीनों में भी पुलिस ने खनन के 100 चालान करके करीब साढ़े 5 लाख रुपये जुर्माना बसूला है। एएसपी ऊना ने कहा कि पुलिस खनन के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है और आने वाले समय भी यह अभियान जारी रहेगा।

वहीं अवैध खनन और रेत के डंपों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष भी एक दुसरे पर आरोप लगाने लगे है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक और प्राक्कलन समिति के सदस्य सतपाल रायजादा ने तो इस मामले पर कार्रवाई न होने के कारण प्रशासन के घेराव की चेतावनी दे डाली है।

वहीं प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने जगह-जगह रेत डंपों का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि ऊना जिला में 85 खनन पट्टे है जिनमें से 68 माइनिंग लीज मुकेश अग्निहोत्री के उद्योग व खनन मंत्री रहते हुए स्वीकृत हुई है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है लेकिन जब सख्ती होती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को ही होती है। राम कुमार ने इस मामले पर सख्ती से कार्रवाई का दावा भी किया।