उस रात पड़ोसियों को बचाव के लिए जोर-जोर से चिल्लाने की आवाजें सुनाई दी थी

ख़बरें अभी तक। बिलासपुर जिले के पट्टा कल्लर गांव में घटित एक महिला की फंदा लगाकर हुई मौत से गुस्साए मायके पक्ष के लोगों ने हत्या करने का संदेह जताया है। तथा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रदेश सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। बिलासपुर मायके पक्ष के ग्रामीणों ने उपायुक्त राजेश्वर गोयल के माध्यम से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को ज्ञापन प्रेषित किया। इस अवसर पर मृतिका के पिता इंद्र सिंह निवासी बडडू सहित अन्य परिजनों ने बताया कि उन्होंने अपनी दो लड़कियों का विवाह वर्ष 2017 में किया था। जिसमें बड़ी लड़कू नीलम (25) का विवाह दिनेश कुमार पुत्र स्व. कृष्ण लाल निवासी पट्टा के साथ हुआ था।

उन्होंने बताया कि उन्हें एक जुलाई को नीलम (25) की मौत का पता सुबह लगभग साढ़े आठ बजे किसी और से लगा। नीलम के पति दिनेश के परिवार के लोगों ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी। परिवार के सदस्य द्वारा उन्हें नीलम की मौत की जानकारी नहीं देने कारण उन्हें संदेह हुआ। मृतिका के परिजनों ने आरोप लगाया कि   मृतका नीलम के दांत टूटे हुए थे। उस रात पड़ोसियों को बचाव के लिए जोर -जोर से चिल्लाने की आवाजें सुनाई दी थी। मगर उन्होंने सामान्य घटना समझा। रस्म के अनुसार नीलम के शव को स्नान के उपरान्त सिर में कंघी की गई तो एक स्थान पर से उखड़े बालों का गुच्छा निकला यह स्वाभाविक है कि बड़े जोर से बाल पकड़ने पर ही उखड़ सकते हैं।

इन साक्ष्यों से साबित होता है कि नीलम के साथ मारपीट कर उसकी हत्या कर शव को ऊंचाई पर लटका दिया गया ताकि यह आत्महत्या साबित हो सके। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नीलम की हत्या किसी दूसरे कमरे में की गई जबकि शव को किसी और कमरे में बड़ी ऊंचाई पर लटकाया गया जहां पर एक इंसान किसी सीढ़ी के सहारे के बिना नहीं पहुंच सकता है। घटनास्थल पर कोई स्टूल या सीढ़ी मौजूद नहीं थी। परिजनों के अनुसार सुसाईट नोट मृतका नीलम ने नहीं बल्कि किसी और ने लिखा है। क्योंकि उससे नीलम की लिखावट उससे नहीं मिलती है।

घटना का पता चलते ही मृतका नीलम के परिजनों ने इस घटना के संबंध में तुरंत बिलासपुर सदर पुलिस को सूचित किया। उसके बाद ही वह अपनी बेटी के घर पर गए। जब वहां पर पुलिस पहुंची तो वहां पर लड़की का शव पंखे से लटका हुआ था। उन्होंने आशंका जताई है कि सुसराल के पक्ष के लोगों द्वारा उनकी लड़की को मारा गया है। न्यायप्राप्ति के मामले की जांच गहनता व निष्पक्षता से होना समय की पुकार है ताकि भविष्य में किसी भी विवाहिता के साथ ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो सके।