किसान यूनियन ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम भेजा ज्ञापन,मांगे ना माने जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

ख़बरें अभी तक। आज भारी संख्या में हरिद्वार के किसानों ने भारतीय किसान यूनियन अम्बावत के बैनर तले हरिद्वार के रोशनाबाद स्थिति जिलाधिकारी कार्यालय पहुच अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी हरिद्वार के माध्यम से ज्ञापन भेजा है। किसानों ने पांच सूत्रीय मांगो को लेकर रोशनाबाद स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर एक दिवसीय धरना भी दिया वही किसानों ने पांच सूत्रीय मांगे ना माने जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

किसानों के प्रदर्शन पर जिलाधिकारी हरिद्वार का कहना है कि आज भारतीय किसान यूनियन के जनप्रतिनिधि मेरे पास आय थे। इनकी मुख्य 5 मांगे है जिनमे किसान का कर्जा माफ, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की जाना, किसान आयोग का गठन किया जाए। वृद्धा पेंशन की राशी बढ़ा कर पूरे देश मे पांच हज़ार की जाए और किसानों का बकाया गन्ना भुगतान जल्द दिया जाए गन्ना भुगतान में कोर्ट का आदेश भी है कि 14 दिन के भीतर बकाया गन्ना भुगतान किया जाए यह मांगे राष्ट्रपति को संबोधित है और मेरे द्वारा आज ही यह मांगे माननीय राष्ट्रपति को भेजी जा रही है इसमे मेरी और से आग्रह किया गया है कि मांगो पर विचार कर उचित करवाई शासन स्तर पर और भारत सरकार पर की जाए।

भारी संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पहुच धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि आज हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष का जन्मदिवस है और हमारे द्वारा इस दिन को किसान संघर्ष दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस क्रम में आज जिलाधिकारी को 5 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है, उम्मीद है संज्ञान लेकर जल्द ही किसानों की मांगे पूरी की जाएगी अगर किसानों की मांगें पूरी नही होती है तो किसान सैकड़ो पर उतर आन्दोल करने को मजबूर होंगे।

देश का अन्नदाता आज अपनी खराब हालत के आगे विवश सा नज़र आ रहा है। यह हम इस लिए भी कह रहे है। क्योंकि जो किसान खेतों में अनाज चावल सब्जी उगा कर लोगो की भूख पूरी करता है। वो किसान आज अपने लचर हालातो के चलते खेती छोड़ धरने प्रदर्शन करने को मजबूर नज़र आ रहा है लागातर धरने प्रदर्शन के बाद भी किसानों की कही सुनवाई होती नजर नही आ रही है।