प्रदेश के शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागु कर सकती है सरकार

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों की तरह अध्यापक भी एक ड्रेस कोड में नजर आ सकते हैं। शिक्षा विभाग ने इसके लिए एक्सपेरिमेंट बेस पर शुरू करने के लिए खाका तैयार कर लिया है। हालांकि, सरकार की तरफ से अभी तक अध्यापकों को ऐसा कोई आदेश नहीं है लेकिन सरकार इस पर विचार कर रही है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि स्कूली बच्चों का अध्यापको के प्रति सम्मान और श्रद्धा बढ़ाने के मकसद से सरकार इस पर विचार कर रही है।

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सोलन जिला के अर्की के धुन्धन स्कूल का उदहारण देते हुए कहा कि धुन्धन स्कुल में अध्यापकों ने स्वत ही ड्रेस कोड तय किया है। प्राचीन समय में भी इस तरह की व्यवस्था थी सरकार सभी से विचार विमर्श करने के बाद इस पर अंतिम फैसला लेगी। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह बात शिमला के पोर्टमोर स्कूल में राष्ट्रीय सांखियकी दिवस के मौके के दौरान कही। शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्व की अर्थव्यवस्था आंकड़ो पर निर्भर करती है। स्कूलों में भी पूरी व्यवस्था आंकड़ो के आधार पर की जाती है इसलिए सांखियकी के बारे में जानकारी होना बेहद आवश्यक है।

सभी से चर्चा के बाद सरकार लेगी अंतिम फैसला-सुरेश भारद्वाज 

गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षकों के सज-धज कर स्कूल आने पर रोक लगाने के लिए शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है। उच्चतर शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने गत दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान उपनिदेशकों को शिक्षकों के सज-धज कर स्कूल में आने से रोक लगाने का सुझाव दिया था। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने की कवायद शुरू कर दी है। प्रस्ताव में शिक्षकों के लिए फॉर्मल ड्रेस और शिक्षिकाओं के लिए साड़ी या साधारण सूट-सलवार की ड्रेस कोड तय किया गया है।