पानी को लेकर धरने पर बैठे दो गांवों के ग्रामीण, भूख हड़ताल की चेतावनी

खबरें अभी तक। गांव सांजरवास व फौगाट के ग्रामीणों द्वारा जलघर पर ताला लगाकर अनिश्चतकालीन धरना शुरू कर दिया गया है। जलघर के बाहर तपती गर्मी के बीच बैठे ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में जलघर होने के बावजूद भी वे पानी को तरस रहे हैं। बार-बार अधिकारियों के चक्कर काटे, मंत्रियों से मिले लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। मजबूर होकर ग्रामीणों को गर्मी के बीच धरना शुरू करना पड़ा। पूर्व सरपंच जगदीश, विनोद कुमार व संजीत इत्यादि ने बताया कि उनके गांव के जलघर के लिए इंदिरा कैनाल से पाइप लाइन मंजूर की गई थी। लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी पाइप डालने का कार्य शुरू नहीं किया है। ऐसे में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं समर्थन देने पहुंचे पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार में उनके मंत्रीकाल के समय दोनों गांव में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए इंदिरा कैनाल से जलघर तक पाइप डालने की परियोजना मंजूर की थी। भाजपा की सरकार आने के बाद योजना को सिरे चढ़ाने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया। लेकिन दो वर्ष बाद भी इस परियोजना पर कार्य शुरू नहीं हुआ। जिसका खामियाजा दो गांवों के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वे ग्रामीणों के साथ हैं और उनके संघर्ष में साथ देते रहेंगे। वहीं ग्रामीणों ने धरने पर रणनीति बनाते हुए निर्णय लिया कि अगर सरकार व प्रशासन द्वारा उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो वे धरने पर भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। इस दौरान दोनों गांवों के ग्रामीण रोड पर आ जाएंगे और यहीं अपना आंदोलन तेज करेंगे।