मिशन बालाकोट के बाद पाक पर समुद्री हमले के लिए भी तैयार थी भारतीय नौसेना

ख़बरें अभी तक। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारत ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक के साथ ही समुद्र के रास्ते भी पाकिस्तान को सबक सिखाने की तैयारी कर ली थी। भारत ने नौसेना को युद्धाभ्यास से हटाकर परमाणु व पारंपरिक हथियारों से लैस पनडुब्बियों को पाकिस्तान की समुद्री सीमा के पास तैनात कर दिया था। इस तैनाती से पाक को लग रहा था कि भारत किसी भी वक्त नौसेना को बदले की कार्रवाई का आदेश दे सकता है।

सूत्रों के मुताबिक बालाकोट में हवाई हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान की सबसे आधुनिक मानी जाने वाली अगोस्टा श्रेणी की पनडुब्बी- पीएनएस साद कराची के पास से गायब हो गई थी। लंबे समय तक पानी के भीतर रहने की क्षमता वाली इस पनडुब्बी के गायब होते ही भारतीय नौसेना सतर्क हो गई थी। पीएनएस साद कराची के पास से गायब हुई थी, जहां से वह तीन दिनों में गुजरात के तट तक पहुंच सकती थी। वह पांच दिन में मुंबई स्थित नौसेना के पश्चिमी कमान के मुख्यालय पर भी पहुंच सकती थी, जो देश के लिए बड़े सुरक्षा खतरे की बात हो सकती थी।

 भारत ने अरब सागर में  60 युद्धपोत किए थे तैनात 
बालाकोट हमले के बाद भारतीय नौसेना ने अरब सागर में भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी थीं। उत्तरी अरब सागर में 60 युद्धपोतों की तैनाती की गई थी। इसमें विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य भी शामिल था। सूत्रों का कहना है कि अरब सागर में नौसेना पूरी तरह से सजग है। खासकर पाकिस्तानी समुद्री सीमा पर उसकी पैनी नजर बनी हुई है।