खुजली क्यों होती है और कैसे खुजली दूर की जा सकती है, जानिए कुछ घरेलू टिप्स ….

खबरें अभी तक। खुजली किसी भी व्‍यक्ति के लिए असुविधा का कारण बन सकती है। लेकिन खुजली दूर करे के घरेलू उपाय को अपनाकर आप इस समस्‍या से छुटकारा पा सकते हैं। क्योंकि खुजली दूर करने का सबसे अच्छा उपाय है घरेलू तरीको को अपनाना। खुजली को प्रुरिटस (pruritus) के रूप में भी जाना जाता है। यदि खुजली का समय पर उपचार न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है। कुछ लोगों का मानना होता है कि खुजली असाध्‍य समस्‍या है जिसे घर पर कैसे ठीक कर सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है त्‍वचा में खुजली के बहुत से कारण हो सकते हैं। जिसका घरेलू उपाय संभव है। आज इस लेख में आप खुजली दूर करने के 10 आसान घरेलू उपाय संबंधी जानकारी प्राप्‍त करेगें।

खुजली होने के कारण ….

सामान्‍य रूप से त्‍वचा में खुजली होने का सबसे बड़ा कारण स्‍वच्‍छता की कमी हो सकता है। लेकिन इसके अलावा भी त्‍वचा में खुजली के अन्‍य दूसरे कारण भी हो सकते हैं जो आपको खुजली जैसी शर्मनाक समस्‍या दे सकते हैं। त्‍वचा में खुजली होने के अन्‍य कारण इस प्रकार हैं :

  • सौंदर्य प्रसाधनों के दुष्‍प्रभाव और एलर्जी
  • तंत्रिका तंत्र के विकार, डायबिटीज आदि
  • आंतरिक बीमारियां जैसे कि लीवर की समस्‍या या किडनी की विफलता
  • त्‍वचा की जलन या चकते के निशान
  • गर्भावस्‍था, अधिक उम्र
  • शुष्‍क त्‍वचा
  • पर्यावरणीय कारक आदि।

खुजली के लक्षण ….

आप अपने शरीर के कुछ हिस्‍सों में खुजली का अनुभव कर सकते हैं। विशेष रूप से त्‍वचा में खुजली गुप्‍तांगों, बाहों, पैरों या आपके शरीर के अन्‍य हिस्‍सों में देखने मिल सकती है। खुजली होने के कारण आपके शरीर में कुछ परीवर्तन भी हो सकते हैं जैसे कि लाल धब्‍बे, त्‍वचा में छाले या फफोले, परतदार त्‍वचा आदि। आपको होने वाली खुजली लंबे समय तक चल सकती है जो आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। इस प्रकार लंबे समय तक होने वाली खुजली धीरे धीरे त्‍वचा के दाने का रूप ले सकती है। यदि आप भी त्‍वचा की खुजली से प्रभावित हैं तो यहां बताए जा रहे स्किन एलर्जी के घरेलू उपाय को अपना सकते हैं।

खुजली के घरेलू उपाय …..

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खुजली का इलाज जैतून का तेल ….

त्‍वचा की खुजली सबंधी समस्‍याओं के इलाज में जैतून का तेल उपयोगी होता है। इसके अलावा नियमित रूप से जैतून के तेल का इस्‍तेमाल करने से त्‍वचा स्‍वास्‍थ्‍य को भी बढ़ावा मिलता है। जैतून के तेल में विटामिन ई और एंटीऑक्‍सीडेंट की अच्‍छी मात्रा होती है। जिसके कारण जैतून का तेल त्‍वचा की खुजली और दर्द को कम करने में प्रभावी होता है।

खुजली का उपचार करने के लिए आप शुद्ध जैतून के तेल में शहद के मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं। इस मिश्रण को आप अपने खुजली प्रभावित क्षेत्र में लगाएं और हल्‍के हाथों से रगड़ें। जब तक आपके शरीर की खुजली ठीक नहीं हो जाती है तब तक आप इस उपाय को दिन में 2 से 3 बार करें। कुछ ही दिनों में आपको खुजली से छुटकारा मिल सकता है।

वचा की खुजली का उपाय बेकिंग सोड़ा –

खुजली का उपाय करने के लिए बेकिंग सोड़ा त्‍वचा में मौजूद खुजलीदार चकते और इनकी सूजन को कम करने में प्रभावी होता है। यदि आप खुजली का इलाज करना चाहते हैं तो बेकिंग सोडा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप 1 भाग बेकिंग सोड़ा और 3 भाग पानी को आपस में अच्‍छी तरह से मिलाएं। इस मिश्रण को आप खुजली प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसके अलावा आप नारियल के तेल के साथ भी बेकिंग सोड़ा का उपयोग कर सकते हैं। नियमित रूप से दिन में 2 बार इस मिश्रण का उपयोग करने से खुजली के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

शरीर की खुजली को दूर करने के लिए आप बारीक पिसी हुई दलिया को नहाने वाले गर्म पानी में मिलाएं। कम से कम 20 मिनिट तक इस दलिया को पानी में अच्‍छी तरह से भीगने दें और फिर इस पानी से स्‍नान करें। इसके अलावा आप दलिया के बारीक मिश्रण में शहद मिलाएं और इसे प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। यह आपको खुजली से राहत दिलाने का सबसे अच्‍छा तरीका है।

खुजली का घरेलू इलाज एलोवेरा –

आप ऐलोवेरा को खुजली की दवा के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा में जीवाणुरोधी, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसके कारण त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा बहुत ही प्रभावी होता है। यदि आप खुजली और इसके अन्‍य लक्षणों से परेशान हैं तो एलोवेरा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

शरीर की खुजली दूर करने के लिए आप ताजा एलोवेरा का उपयोग करें। यदि आपके ताजा एलोवेरा हर बार नहीं मिल सकती है तो आप एलोवेरा की पत्तियों से जेल को निकालकर स्‍टोर भी कर सकते हैं। निकाला गया एलोवेरा जेल 5 से 7 दिनों उपयोग करने योग्‍य होता है। इसके अलावा आप बाजार से भी एलोवेरा जेल को खरीद सकते हैं।

खुजली का घरेलू उपाय ठंडी सिकाई –

आप खुजली के घरेलू नुस्‍खे के रूप में ठंडी सिकाई का भी उपयोग कर सकते हैं। यह एक सुरक्षित और प्राकृतिक घरेलू उपाय है, जिसका इस्तेमाल आप खुजली दूर करने के लिए कर सकते हैं । ठंडी सिकाई करने से खुजली और चकते आदि को कम करने में मदद मिलती है। त्‍वचा में खुजली होने पर विशेष रूप से किसी कीट के काटने या दाद आदि के लक्षणों को कम करने के लिए आप किसी कपड़े में बर्फ के टुकडे रखें और इससे प्रभावित क्षेत्र की हल्‍की सिकाई करें। यदि उपलब्‍ध हो तो आप प्‍लास्टिक आइस पैक का भी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्‍यान रखें कि बर्फ के टुकड़ों को सीधे ही खुजली प्रभावित जगह पर न रखें। ऐसा करने पर खुजली के लक्षण बिगड़ सकते हैं।

खुजली का घरेलू नुस्‍खा सेब का सिरका –

कच्‍चे और जैविक (Raw and organic) सेब साइडर सिरका त्‍वचा की खुजली और चकते आदि का इलाज करने का आम घरेलू उपाय है। सेब के सिरका में मौजूद एसिटिक एसिड त्‍वचा में मौजूद संक्रमण और बैक्‍टीरिया के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है। आप त्‍वचा की खुजली को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में सेब के सिरका का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप 1 छोटी चम्मच में सेब के सिरका को लें और इसमें रूई को भिगाएं। इस भीगी हुई रूई को आप खुजली वाली जगह पर रखें। सेब का सिरका उपयोग करने पर आपको यदि जलन का अनुभव हो तो आप इसे पानी के साथ मिलाकर भी उपयोग कर सकते हैं। खुजली का सर्तिया इलाज करने के लिए आप सेब के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

खुजली से छुटकारा दिलाए कैमोमालइ –

प्राचीन समय से ही कैमोमाइल का उपयोग त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। कैमोमाइल में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण खुजली को शांत करने और त्‍वचा की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा कैमोमाइल में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्‍टीरियल गुण भी होते हैं जो खुजली पैदा करने वाले बैक्‍टीरिया को नष्‍ट करने में सहायक होते हैं।

सूखी खुजली का इलाज नीम –

नीम त्‍वचा संबंधी समस्‍याओं को दूर करने का सबसे अच्‍छा विकल्‍प है। नींम में एंटी-इंफ्लामेटरी, दर्दनिवारक, एंटी-इर्रिटेंट (anti-irritant), एंटीफंगल और एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं। इन गुणों की उपस्थिति के कारण नीम का उपयोग एक्जिमा, चकते, मुंहासे आदि के लिए किया जाता है। खुजली, सोरायसिस और अन्‍य त्‍वचा संक्रमण के लिए भी नींम का उपयोग फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट उम्र बढ़ने संबंधी लक्षणों को रोकने और कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में सहायक होते हैं।

खुजली का उपचार करने के लिए आप नीम की कुछ पत्तियों को पानी में उबालें और इस पानी को ठंडा होने दें। फिर इस पानी में खुजली प्रभावित क्षेत्र को 10 से 15 मिनिट तक डुबों कर रखें। ऐसा करने से आपको खुजली के लक्षणों को कम करना आसान हो जाता है। खुजली का इलाज करने के लिए यह एक सुरक्षित प्राकृतिक उपाय है, जिसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं।

खुजली से बचाए धनियां की पत्‍ती –

धनियां के पत्तियों में एंटी-इर्रिटेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं। इसलिए धनिया की पत्ती के पेस्‍ट या इससे निकाले गए रस का उपयोग करने से खुजली को शांत किया जा सकता है। इसके लिए आप प्रभावित क्षेत्र में धनिया की पत्तियों का पेस्‍ट लगाएं। नियमित रूप से कुछ दिनों तक दिन में 1 या 2 बार इस पेस्‍ट का उपयोग करने से खुजली के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

इसके अलावा खुजली का इलाज करने के लिए आप धनिया बीजों का भी उपयोग कर सकते हैं। आप धनिया के कुछ बीज लें और इसे पानी में उबालें। इस पानी को आप चाय की तरह प्रतिदिन 1 या 2 कप सेवन करें। ऐसा करना भी आपको त्‍वचा की खुजली से राहत दिलाता है। खुजली से राहत पाने के लिए यह एक सुरक्षित प्राकृतिक उपाय है, जिसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

खुजली का इलाज नारियल तेल –

जिन लोगों त्‍वचा की खुजली है वे उपचार के रूप में नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं। अध्‍ययनों से पता चलता है कि नारियल तेल में मौजूद पोषक तत्‍व खुजली प्रभावित क्षेत्रों में औषधी का काम करता है। नारियल तेल में प्राकृतिक एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं जो त्‍वचा में संक्रमण के प्रभाव को कम कर सकते हैं। आपको शायद पता हो कि त्‍वचा संक्रमण का प्रमुख कारण बैक्‍टीरिया होते हैं। नारियल तेल में मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट गुण त्‍वचा में मौजूद बैक्‍टीरिया के विकास और प्रभाव दोनो को ही रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा नारियल तेल का उपयोग त्‍वचा को प्राकृतिक नमी दिलाता है। इस तरह से आप त्‍वचा की खुजली दूर करने के लिए नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं।

खुजली का उपाय ज्यादा गर्म पानी उपयोग न करें –

यदि आप खुजली के लक्षणों से परेशान हैं। ऐसी स्थिति में आपको अधिक गर्म पानी का उपयोग करने से बचना चाहिए। विशेष रूप से नहाने के लिए क्‍योंकि ऐसा करने से आपकी त्‍वचा से नमी दूर हो जाती है जिससे सूखापन, लालिमा और खुजली होने की संभावना बढ़ जाती है। हांलाकि इस दौरान गुनगुने पानी का उपयोग आपको खुजली से राहत दिला सकता है।

तापमान और आर्द्रता में परिवर्तन न करें –

आप अपने आसपास के तापमान और आर्द्रता में अधिक परिवर्तन न करें। क्योंकि ऐसा करने से त्‍वचा शुष्‍क हो सकती है। जिसके कारण त्‍वचा परतदार और खुजली वाली हो सकती है। गर्मीयों के मौसम में आप अपने कमरे में हृयूमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं। जो आपके कमरे में आर्द्रता बनाए रखने में मदद कर सकता है।

सुगंधित स्किन केयर उत्पाद का उपयोग न करें –

शरीर की बदबू दूर करने वाले कुछ खुशबूदार उत्पादों में एडिटिव्‍स (additives) होते हैं। जैसे कि इत्र और कृत्रिम रंग, ये घटक त्‍वचा की जलन का कारण बन सकते हैं जो समय के साथ खुजली का रूप ले लेते हैं। इसलिए त्‍वचा की खुजली वाले लोगों को खुशबू मुक्‍त स्किन केयर उत्पादों का उपयोग करना चाहिए।

सिंथेटिक कपड़ों का उपयोग न करें –

खुजली होने या खुजली के लक्षण होने के दौरान रोगी को ऊन या सिंथेटिक फाइबर से बने कपड़ों का उपयोग नहीं करना चाहिए। इन कपड़ों का उपयोग करने से त्‍वचा खुरदुरी हो सकती है जिसके परिणामस्‍वरूप त्‍वचा में जलन और खुजली हो सकती है। यदि आप भी खुजली की समस्‍या से परेशान हैं तो आपको ढ़ीले और सूती के कपड़ों का उपयोग करना चाहिए।

खुजली होने पर डॉक्‍टर को कब दिखाएं –

नियमित सफाई, स्‍वच्‍छता और त्‍वचा को मॉइस्‍चराइज रखकर आप घर पर ही त्‍वचा की खुजली का इलाज कर सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों की त्‍वचा अधिक संवेदनशील होती है जिसके कारण खुजली के लक्षणों को आसानी से दूर नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में रोगी को डॉक्‍टर से सलाह लेना चाहिए।

  • यदि खुजली के लक्षण 2 सप्ताह से अधिक समय तक बने रहें तब आपको डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।
  • अगर खुजली के दौरान असामान्‍य चकते या त्‍वचा मे सूजन हो तब ऐसी स्थिति में डॉक्‍टर को दिखाना जरूरी है।
  • यदि आपके पूरे शरीर में खुजली हो रही हो तब आपको घरेलू उपचार के बजाये डॉक्‍टरी सलाह लेना अधिक उचित है।
  • आपका डॉक्‍टर खुजली को दूर करने के लिए आपको कुछ प्रकार की क्रीम और दवाएं दे सकते हैं।

खुजली सबसे आम समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को निशाना बना सकती है। अपने शरीर की सही देखभाल और नियमित सफाई से आप इससे बच सकते हैं। यदि इसके बाद भी आपको खुजली जैसी समस्या होती है तो आप खुजली दूर करने के लिए इस लेख में बताए गए प्राकृतिक घरेलू उपायों को अपना सकते हैं।