विश्व पर्यावरण दिवस: 5 जून 1974 को मनाया गया था पहला पर्यावरण दिवस

खबरें अभी तक। शहर तो दिनोंदिन विकसित होते जा रहे हैं। आज  हरियाली देखने को कम मिलती है और कंक्रीट के जंगल की संख्या बढ़ती जा रही हैं। बात यो है कि ऐसे तो हर साल प्रदूषण के मामले में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे कई जानवार और पक्षी है जिनकी जाति भी प्रदूषण के कारण लुप्त होती जा रही है। यदि हम अब भी सर्तक नहीं हुए तो आने वाले कुछ सालों में साफ हवा में सांस लेने के लिए सिर्फ पहाड़ और जंगल ही बचे रह जाएंगे। बढ़ता प्रदूषण लगातार हमारी सांसें कम करता जा रहा है। आज विश्व पर्यावरण दिवस है, ऐसे मौके पर सभी को मिलकर  कोई ऐसा प्रण लेना चाहिए जो आने वाली पीढ़ियों को साफ सुथरी हवा देने में मददगार हो सके। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए। पर्यावरण को साफ-स्वस्थ रख सकें।

आपको बता दें कि विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। वहीं इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की गई थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था।