चन्द्रमा के लिए अंतरिक्षयात्रियों सहित मिशन “आर्टेमिस” लांच करेगा नासा

ख़बरें अभी तक। नासा (नैशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) ने हाल ही में “आर्टेमिस” कार्यक्रम के लिए समय सारणी जारी की है। इस मिशन के तहत नासा अंतरिक्षयात्रियों को चन्द्रमा पर भेजेगा। इस मिशन में आठ लांच शामिल हैं। ARTEMIS का पूर्ण रूप “Acceleration, Reconnection, Turbulence and Electrodynamics of the Moon’s Interaction with the Sun” है।

बता दें कि नासा 2020 में चन्द्रमा के लिए आर्टेमिस 1 मिशन भेजगा, परन्तु इसमें अंतरिक्षयात्री नहीं होंगे। इसके बाद आर्टेमिस 2 मिशन भेजा जायेगा, यह 2022 में क्रू के साथ चन्द्रमा की परिक्रमा करेगा। इसके बाद आर्टेमिस 3 मिशन भेजा जायेगा, इस मिशन के द्वारा 2024 में अंतरिक्षयात्रियों को चन्द्रमा पर भेजा जायेगा, इसमे महिला अंतरिक्षयात्री भी होंगी। यह तीनो मिशन सबसे बड़े रॉकेट स्पेस लांच सिस्टम के द्वारा लांच किये जायेंगे।

नासा अमेरिकी सरकार की स्वतंत्र स्पेस एजेंसी है, इसका गठन 29 जुलाई, 1958 को किया गया था। नासा विश्व की अग्रणी अन्तरिक्ष एजेंसी है इसकी स्थापना में तत्कालीन राष्ट्रपति आइजनहावर की महत्वपूर्ण भूमिका थी। नासा ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण अभियानों पर कार्य किया है। नासा के प्रमुख अन्तरिक्ष अभियान अपोलो, स्काईलैब स्पेस स्टेशन, अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन इत्यादि प्रमुख है।

वहीं इस बार नासा मंगल ग्रह पर भी अपना यान भेजने को तैयार है। मार्स 2020 रोवर जुलाई, 2020 में लाल ग्रह पर जाने के लिए उड़ान भरेगा। रोवर का मिशन कई सवालों के जवाब खोजना है, जैसे- क्या कभी मंगल ग्रह पर जीवन रहा होगा या भविष्य में ऐसा संभव हो सकता है? रोबॉट को खास टूल्स और उपकरणों से लैस किया गया है।

जिनकी मदद से वैज्ञानिक पता लगा सकेंगे कि मंगल ग्रह पर जीवन की कितनी संभावनाएं हैं या कभी रही होंगी। इसके अलावा रोवर मंगल ग्रह की सतह पर खुदाई करके वहां की मिट्टी के सैंपल भी इकट्ठा करेगा। हालांकि, यह रोवर उन सैंपल्स को वहीं छोड़ भी देगा, जिससे भविष्य में भेजा जाने वाला कोई एयरक्राफ्ट उन्हें लेकर वापस धरती पर आ सके।