तेजस्वी बोले-हमारे पिता को जनता मानती है निर्दोष

खबरें अभी तक। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के चाईबासा कोषागार गबन मामले मे स्पेशल कोर्ट ने दोषी करार दिया है. बुधवार को हुई सुनवाई में लालू के अलावा कुल 12 लोगों को इस मामले में दोशी करार दिया गया. फैसला आने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता लालू को अपना हीरो मानती है. जनता के लिए लालू आरोपी नहीं है, हाईकोर्ट में करेंगे अपील.
उन्होंने कहा कि इस मामले को आगे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी ले जाएंगे. नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि हमारे पिता को फंसाने की साजिश हुई है.नीतीश की कैबिनेट में भी कई दागी बैठे है.नितीश कुमार बार बार दिल्ली इसलिए जाते है ताकी वह लालू को फंसाने की साजिश रच सके. उन्होंने कहा कि नीतीश 2018 में ही चुनाव करवाना चाहते है.
उन्होंने कहा, ‘हम इस मामले को आगे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी ले जाएंगे. नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि लालू को फंसाने की साजिश हुई है, नीतीश की कैबिनेट में भी कई दागी बैठे हैं. नीतीश कुमार बार-बार दिल्ली इसलिए जाते हैं कि वह लालू को फंसाने की साजिश रच सके. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 2018 में ही चुनाव करवाना चाहते हैं.’

राज्य को लूट रहे थे लालू- सुशील मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लालू को दोषी ठहराने के बाद कहा कि जब वह राज्य को लूट रहे थे ये उसी की सजा है. अभी तो सिर्फ तीन ही मामले में सजा मिली है, दो मामले अभी भी बाकी हैं. ये पहली बार नहीं है कि वह दोषी करार दिए गए हैं. राजद द्वारा बीजेपी पर आरोप लगाने पर उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी के नेता ऐसा कह रहे हैं तो वह कोर्ट का अपमान कर रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव किसी भी तरह का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं.

आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह बोले, ‘हम इस फैसले को पढ़ेंगे और इसे उच्च न्यायालयों में चुनौती देंगे. अब हम ज्यादा ताकत से लड़ेंगे. हमने पहले भी इसका सामना किया है और पार्टी इसे एक चुनौती के रूप में लेती है.

वहीं बिहार बीजेपी प्रवक्ता संजय मयूख ने कहा कि ये एक जुडिशरी फैसला है. हम फैसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं और फैसले का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा जब ये सब चीजें हुई तो बीजेपी विपक्ष में थी. बीजेपी ने यह मुद्दा उठाया कि यह भ्रष्टाचार राज्य सरकार की भागीदारी के कारण है. बीजेपी ने इसके खिलाफ विरोध भी किया, लेकिन फैसले को इस के साथ नहीं देखा जाना चाहिए. राष्ट्रीय पार्टियों को यह देखना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ.

बता दें कि चारा घोटाले का ये तीसरा मामला था, इससे पहले दो अन्य मामलों में लालू को सजा हो चुकी है. इस मामले में बहस दस जनवरी को पूरी हो गई थी और इस मामले में अदालत ने फैसला सुरक्षित कर लिया था.