जानिए उत्तर प्रदेश की तीन अहम सीटों के बारे में, किस-किस के बीच है मुकाबला

खबरें अभी तक। आज देश में लोकसभा चुनावों का तीसरा चरण शुरु हो गया है जहां देश के प्रधानमंत्री ने भी अभी कुछ देर पहले ही गांधी नगर से मतदान किया है. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहे. इसी कड़ी में बात करते हैं उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों की. आज उत्तर प्रदेश में कई अहम सीटों पर लोकसभा के चुनाव होने हैं. इनमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत सीट शामिल हैं. चलिए बात करते हैं उत्तर प्रदेश की कुछ अहम सीटों पर

कौन हैं रामपुर सीट के अहम चेहरे

आज उत्तर प्रदेश में कई अहम चेहरों की किस्मत मतदान बॉक्स में कैद होगी. रामपुर में इस बार सपा, कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्कर है. रामपुर से बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा पर सपा उम्मीदवार आजम खान हमेशा ही हमलावर रहे हैं इसी बीच एक चुनावी प्रचार के दौरान आजम खान ने जया प्रदा पर अभद्र टिप्णी भी की थी. आज दोनों ही उम्मीदवारों की किस्मात मतदान बॉक्स में कैद होगी और यह 23 मई को खुलेगा. रामपुर से बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा और सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार आजम खान व कांग्रेस उम्मीदवार संजय कपूर में इस बार कड़ी टक्कर मानी जा रही है.

मुरादबाद सीट से कौन-कौन हैं प्रत्याशी-

मुरादाबाद सीट एक समय कांग्रेस का गढ़ रहा था बाद में यह सीट समाजवादी पार्टी के कब्जे में रही, लेकिन 2014 में पहली बार यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत का परचम लहराया और कुंवर सर्वेश कुमार सांसद चुने गए. आज यानी 23 अप्रैल को मुरादाबाद लोकसभा सीट पर मतदान शुरु हो गए है. मुरादाबाद लोकसभा सीट से इस बार 13 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी के निवर्तमान सांसद कुंवर सर्वेश कुमार का कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी और समाजवादी पार्टी के डॉक्टर एसटी हसन के बीच है. एक समय में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली इस सीट पर मतदान शुरु हो गया है और नतीजे 23 मई को आने हैं.

संभल सीट से किसका पलड़ा भारी

संभल लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है, एक समय मुलायम सिंह यादव का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यह सीट सुर्खियों में रहती थी, लेकिन इस बार मुकाबला कांटे का होने जा रहा है क्योंकि मुस्लिम बहुल इलाका होने के बावजूद 2014 के चुनाव में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया था और बीजेपी यही कोशिश करना चाहेगी कि वह इस सीट पर पकड़ बनाए रखे तो दूसरी ओर बसपा के साथ गठबंधन करने वाली सपा फिर से यहां पर जीत हासिल करना चाहेगी.