मगरमच्छ भी हार गया था इस बच्ची के साहस से, मिलेगा वीरता पुरस्कार

खबरें अभी तक। भारत सरकार 18 बच्चों को वीरता पुरस्कार से नवाजने जा रही है. इस बार पुरस्कार पाने वाले सबसे ज्यादा बच्चे नॉर्थ-ईस्ट से हैं. इस बार 18 बच्चों में 7 लड़कियां और 11 लड़के हैं. इन्हीं बच्चों में से एक बच्ची वो भी है, जो  मगरमच्छ के मुंह से अपने दोस्त को बचा लाई. ओडिशा के केंद्रापाड़ा की ममता देलाई को अब सम्मानित किया जाएगा. रिपब्लिक डे पर दिए जाने वाले इन पुरस्कारों को साल 1957 से बांटा जा रहा है. अभी तक कुल 680 लड़कों और 283 लड़कियों को इससे नवाजा जा चुका है.

सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार भारत अवॉर्ड यूपी की साढ़े सोलह साल की नाजिया को दियाा जाएगा. उन्होंने साहस दिखाते हुए अपने इलाके में चल रहे जुए और नशे के कारोबार को बंद करवा दिया. वहीं, कर्नाटक की 14 साल की नेत्रावती एम. चव्हाण ने तालाब में डूबते दो बच्चों की जान बचाने के लिए अपनी जान गंवा दीउन्हें मरणोपरांत गीता चोपड़ा अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा, जबकि नाले में गिरी बस के साथ डूबते 15 बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए पंजाब के करनबीर को संजय चोपड़ा अवॉर्ड दिया जाएगा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 24 जनवरी को इन बच्चों को सम्मानित करेंगे. इसके साथ ही ये बच्चे गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लेंगे.

18 जांबाज बच्चों में आठ नॉर्थ-ईस्ट के
– नाजिया (उत्तरप्रदेश)
– करनबीर सिंह (पंजाब)
– नेत्रावती एम. चव्हाण (कर्नाटक)
– बेट्श्वाजॉन पेनलांग (मेघालय)
– ममता देलाई (ओडिशा)
– सेबेस्टियन विन्सेंट (केरल)
– लक्ष्मी यादव (छत्तीसगढ़)
– मनशा एन. (नगालैंड)
– एन.शेंगपॉन केनयक (नगालैंड)
– योकनई (नगालैंड)
– चिंगई वांग्सा(नगालैंड)
– समृद्धि सुशील शर्मा (गुजरात)
– जोनुनतुआंगा (मिजोरम)
– पंकज सेमवाल (उत्तराखंड)