ख़बरें अभी तक। पिछले लगातार 17 दिन से हड़ताल पर बैठे एचएनएम कर्मचारियों की भूख हड़ताल के दूसरे दिन तीन कर्मचारियों की हालत बिगड़ गई। विभाग द्वारा एक कर्मचारी को आईसीयू में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की तो हड़ताली कर्मियों ने विरोध किया। हड़ताली कर्मियों ने प्रशासन को दो टूक जवाब दिया कि उनकी मांगे पूरी होने तक वे डटे रहेंगे। इसके लिए चाहे उनकी जान ही क्यों न चली जाए। वहीं विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए 95 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया। स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू चलाने के लिए जहां पांच निजी एंबूलेंस हायर की हैं वहीं रेगुलर स्टाफ की शिफ्टों में ड्यूटियां लगाई गई हैं।
दादरी के सरकारी अस्पताल में मांगों को लेकर 17 दिन से एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर हैं और दो दिन से भूख हड़ताल शुरू की गई है। हड़ताल पर बैठे तीन कर्मचारियों की तबियत खराब होने पर चिकित्सकों की टीम द्वारा उनका चैकअप किया और एक कर्मी को आईसीयू में भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की। जिसका हड़ताली कर्मियों ने विरोध करते हुए सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। हड़ताली कर्मचारियों का नेतृत्व कर रही जिला प्रधान अंजूबाला व मनीता ने कहा कि सरकार कर्मचारियों को टर्मिनेट करके उनके आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। हम अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण भूख हड़ताल पर हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे पीछे नहीं हटेंगे। इसके लिए चाहे उनकी जान ही क्यों न चली जाए।
उधर सीएमओ डा. विरेंद्र यादव ने बताया कि भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का चैकअप विभाग की टीम द्वारा लगातार किया जा रहा है। एक कर्मचारी की हालत खराब होने पर उसे एमरजेंसी में शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा डालने पर विभाग द्वारा अब तक जिले में 95 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया है। वहीं विभाग ने पांच निजी एंबूलेंस हायर की हैं और रेगुलर स्टाफ द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखा गया है।
Very good news ,Very well you put the demands of employees very well
Very well you put the demands of employees very well