पुलवामा में CRPF पर हुए आतंकी हमले में देवरिया के विजय मौर्य शहीद

ख़बरें अभी तक। देवरिया भटनी थाना क्षेत्र निवासी छपिया जयदेव विजय मौर्या (30) पुत्र रामायन मौर्या सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन में तैनात थे। वर्तमान में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में उनकी तैनाती थी। 2 फरवरी को वह 10 दिन की छुट्टी लेकर घर आए थे और नौ फरवरी को ड्यूटी पर जम्मू के लिए रवाना हो गए। शहीद विजय के परिवार में पिता, पत्नी विजय लक्ष्मी, एक चार साल की बेटी और भाई, भाभी है।

गुरुवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे सीआरपीएफ में डीएसपी के पद पर कश्मीर में ही तैनात उनके चचेरे भाई राजेश मौर्या ने मोबाइल पर फोन कर अपने भाई विंदेश मौर्या को विजय की शहादत की जानकारी दी। इसके बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हो गए अब तक का ये सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। देश मे इस आतंकी हमले के खिलाफ हर तरफ गुस्सा एवं निंदा की जा रही है। हमले के बाद प्रधानमंत्री से लेकर हर अफसर ने बैठके चालू कर दी है।

देश की खुफिया एजेंसियों ने 7 फरवरी को ही सूचना दे दी थी कि 8 फरवरी को अफजल गुरु(संसद पर हमले का दोषी ,जिसे फांसी पर चढ़ाया जा चुका है) की बरसी के चलते बड़ा हमला हो सकता है। बताया जा रहा है कि आतंकी 100 किलो विस्फोटक के साथ अपनी कार CRPF के काफिले में टक्कर मार दी,जिसके बस बाद भारी विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में दो गाड़ियों के परचक्के उड़ गए, और हमारे 44 जवान शहीद हो गए। इस आतंकी हमले में आर्मी के एक मेजर भी शहीद हो गए। एजेंसियों की माने तो इस हमले में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का हाथ है,इस हमले के जिम्मेदारी भी जैश ने ही ली है,वंही इस हमले का सरगना आशिफ़ अहमद डार था,जो कुपवाड़ा का रहने वाला बताया जाता है।