‘कुल्लू में पालमपुर की तर्ज पर स्थापित किया जाएगा कूड़ा-कचरा निदान संयंत्र’

ख़बरें अभी तक। कुल्लू शहर में कूड़े-कचरे के स्थाई निदान के लिए पालमपुर की आईमा पंचायत की तर्ज पर कूड़ा-कचरा निदान संयंत्र की स्थापना की जाएगी और यह कार्य अगले डेढ़ से दो महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। यह बात उपायुक्त युनूस ने आज यहां आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है और बजट का भी प्रावधान कर लिया गया है।

उपायुक्त ने कहा कि कुल्लू के सभी 11 वार्डों का ठोस व तरल कूड़ा-कचरा वैज्ञानिक तरीके से एकत्र कर संयंत्र में इसका उपयुक्त निष्पादन किया जाएगा और इससे खाद तैयार की जाएगी, जो किसानों व बागवानों की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगी। संयंत्र की स्थापना प्रदूषण नियंत्रण के मानकों को पूरा करते हुए की जा रही है और इसमें किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होगा और कहीं पर भी बदबू नहीं होगी, इसलिए यह संयंत्र पूरी तरह से पर्यावरण के साथ लोकमित्र भी होगा। संयंत्र में उच्च क्षमता के इन्सिनिरेटर स्थापित किए जाएंगे, जो संयंत्र को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि जिला की नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के पार्षदों तथा अधिकारियों ने पालमपुर और इंदौर दोनों ही संयंत्रों का दौरा किया है और इनकी बारीकियों को अच्छी तरह से समझ लिया है। इन दोनों ही मॉडल को कुल्लू और मनाली में अपनाया जा रहा है। युनूस ने बताया कि कूड़ा-कचरा ढोने वाले सभी वाहन जीपीएस युक्त होंगे और कूड़े के उपयुक्त निदान की निगरानी वह स्वयं करेंगे। महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी स्थापित किए जाएंगे। कोताही करने वालों के विरूद्ध सख्ती से निपटा जाएगा और कूड़े के निदान को लेकर शून्य सहिष्णुता होगी। उन्होंने कहा कि कूड़ा एकत्र करने से जुड़े कर्मियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कूल्लू के बाद भूंतर उपनगर में भी इसी प्रकार का संयंत्र स्थापित किया जाएगा, इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है। मनाली में इंदौर की तर्ज पर संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है और दो माह में इसे भी क्रियाशील कर दिया जाएगा। इसमें 1.5 मैगावाट बिजली की क्षमता होगी और मनाली के साथ लगते गांवों तथा ब्यास नदी के तटों के कूड़े का भी समुचित निष्पादन हो सकेगा।

उपायुक्त ने कहा कि आनी तथा बंजार में भी इस प्रकार के संयंत्र स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी गई है और जमीन को हस्तांतरित किया जा रहा है। इन क्षेत्रों में भी कूड़े-कचरे का वैज्ञानिक ढंग से निदान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि संयंत्र स्थापित होने तक कुल्लू का कचरा वार्ड वाईज उठाया जा रहा है। उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि वे इस कार्य में सहयोग करें और कूड़ा-कचरा हर कहीं पर न डाले ताकि बड़ी संख्या में कुल्लू-मनाली आने वाले सैलानियों को भी जिला का अच्छा संदेश जाए और बीमारियों से भी बचा जा सके। इसी प्रकार उपायुक्त ने जिला के सभी गांवों में कूड़े के उपयुक्त निष्पादन के लिए स्थानीय ग्राम पंचायतों को हिदायतें जारी की हैं।