बिटकॉइन के निवेशकों के लिए बेहद बुरी खबर

खबरें अभी तक। बिटकॉइन में निवेश लोगों ने धड़ल्ले से किया और अच्छा खासा कमाया भी था. लेकिन भारत सरकार ने बिटकॉइन के निवेशकों को पहले से इसमें निवेश करने से रोक रही थी. बता दें कि वर्चुअल करंसी में लगातार छठे हफ्ते भी गिरावट दर्ज की गई है. लगभग सभी क्रिप्टोकरंसी की हालत पतली होती दिख रही है. मार्केट इन्साइडर के मुताबिक, लोगों के बीच सबसे ज्यादा मशहूर बिटकॉइन बुधवार को 12 प्रतिशत और गिरकर 9,936 डॉलर पर आ गया. इसके साथ ही इथेरियम 16 प्रतिशत गिरावट के साथ 884 डॉलर पर रहा. इन दोनों के अलावा रिपल भी 10 प्रतिशत नीचे आया है.

हालांकि, बिटकॉइन इतना नीचे गिरकर भी अभी 12 महीने पहले की अपनी स्थिति से 1100 प्रतिशत बेहतर कर रहा है.पिछले महीने तो बिटकॉइन की कीमत 19,800 डॉलर तक पहुंच गई थी. बिटकॉइन उससे महंगा फिर कभी नहीं हुआ. उसके बाद बिटकॉइन धीरे-धीरे गिरते हुए अब मौजूदा स्थिति में आ गया है. इस गिरावट को जानकार क्रिप्टोकरंसी का ‘खूनी खेल’ तक बता रहे हैं.

बिटकॉइन के साथ-साथ बाकी सभी क्रिप्टोकरंसी की कीमत में गिरावट के पीछे रूस को वजह बताया जा रहा है. दरअसल, पिछले हफ्ते रूस की खबरों देने वाली एक एजेंसी ने बताया था कि उनके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि क्रिप्टोकरंसी के लिए निकट भविष्य में कानून बनाने होंगे.पुतिन की बात को क्रिप्टोकरंसी के बारे में जानकारी देने वाली साइट कॉइनडेस्क ने प्रमुखता से दिखाया था.

शायद इससे निवेशक डर गए.बता दें कि भारत में भी इन क्रिप्टोकरंसी का क्रेज बढ़ रहा है. लोग इन्हें खरीदने के लिए लंबा इंतजार कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि लोग बिटकॉइन के रेट गिरने से परेशान हैं. इनकम टैक्स के डर से कुछ लोग तो अपनी क्रिप्टोकरंसी रिश्तेदारों को गिफ्ट भी कर रहे हैं.