मनोहर सरकार का बड़ा फैसला, अब बेटियों की शादी की तरह बेटों की शादी पर भी मिलेगा शगुन, जानिए

ख़बरें अभी तक।  प्रदेश सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. सरकार अब तक लड़की कर्मचारियों की शादी पर 51 हजार रुपये शगुन योजना के तहत देती थी, लेकिन 15 जनवरी से औद्घोगिक संस्थानों, मॉल, कॉल सेंटरों में काम करने वाले 30 लाख से अधिक कर्मचारियों के बेटों की शादी पर भी सरकार शगुन योजना के तहत 21 हजार रुपये देगी। इसके साथ ही अगर कर्मचारी खुद अविवाहित है, तो उसे भी 21 हजार रुपये मिलेंगे।

सरकार अब बेटे की शादी से तीन दिन पहले धनराशि दी जाएगी। कर्मचारी को अपने संस्थान की मैनेजमेंट से शादी के आयोजन का प्रमाण देना होगा। 6 माह के अंदर शादी पंजीकृत करवाकर उसका प्रमाण पत्र विभाग को सौंपना होगा। 5 की बजाय इसे 3 वर्ष कर दिया गया है। जिनका वेतन 25 हजार से ऊपर है, उन्हें लाभ नहीं मिलेगा

साथ ही सरकार ने आईआईटी, मेडिकल, एसएससी, यूपीएससी और एचपीएससी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 20 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक कोचिंग शुल्क देने का फैसला किया है। सरकार ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर 15 जनवरी से दोनों योजनाओं को लागू कर दिया है।

 

बता दें कि अभी तक सरकार श्रमिक वेलफेयर स्कीमों के तहत श्रमिकों के बेटे-बेटियों की क्लास वन से 12वीं तक की पढ़ाई जारी रखने पर स्कूल की वर्दी, किताब कापी आदि खरीदने को वित्तीय सहायता देती थी।