हिमाचल:  कुल्लू  सैकड़ों जिंदगियों को संवार रहा बजौरा नशा मुक्ति केंद्र

ख़बरें अभी तक। नशे की लत में फंस कर अपना जीवन बर्बाद करने वालों लोगों को नया सवेरा नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र बजौरा ने एक नया जीवन प्रदान किया है। हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू और मंडी की सीमा पर स्थित बजौरा (झीडी) में स्थित नशा मुक्ति केंद्र में अब तक करीब 1900 लोग नशा से छुटकारा पाने के लिए आ चुकें है और इनमें अधिकत्तर लोग नशा छोड़कर एक अच्छा जीवन जी रहे हैं।

नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र में आए लोगों का कहना है कि वे नशे में अपना सब कुछ गवां चुके थे, लेकिन नया सवेरा केंद्र में इलाज के बाद उन्हें एक नया जीवन मिला है। केंद्र के संचलाक संजय खुल्लर ने बताया कि अब तक केंद्र में 1900 लोग नशा छुड़वाने के लिए आ चुके हैं और इसका सक्सेस रेट 70 से 80 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि बच्चों के नशा से बचाने के लिए माता-पिता और अभिभावकों को विशेष ध्यान देना चाहिए। नशा एक सबसे खतरनाक बीमारी है और समाज के सभी लोगों को मिलकर इस बीमारी से आने वाले पीड़ी को बचाना होगा।

संजय ने बताया कि वे भी स्वयं 27 साल तक नशे की गिरफ्त में रहकर अपना सब कुछ खो चुकें हैं। दिल्ली में उनके अपने पांच मकान थे। संजय ने बताया कि नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र में जाने के बाद उन्हें नशे की लत से छुटकार मिला। आज उन्हें नशा छोड़े 12 साल हो गए हैं और वे 11 साल से बजौरा स्थित नशा मुक्ति केंद्र में सेवाएं दे रहे हैं।