प्रदेश में पशुगणना का जिले के सभी पशु चिकित्सकों व सहायकों ने किया बहिष्कार

ख़बरें अभी तक। हरियाणा में पूरे प्रदेश भर में शुरू हो रही पशुगणना का जिले के सभी पशुधन चिकित्सा विकास सहायकों और पशु चिकित्सकों ने बहिष्कार कर दिया। साथ ही कहा कि पशुओं की एप पर आनलाइन डाटा अपलोड नहीं करेंगे। अगर विभाग द्वारा उनके खिलाफ कारवाई की गई तो प्रदेश भर के वीएलडीए व पशु चिकित्सक आंदोलन करेंगे। इस को मामले को लेकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा गया। बुधवार को चरखी दादरी में जिले के वीएलडीए और पशु चिकित्सकों की मीटिंग हुई, जिसमें पशु गणना में आ रही समस्याओं पर विचार-विमर्श हुआ। मीटिंग में डिप्लोमा वेटरनरी एसोसिएशन के जिला प्रधान शील सांगवान ने बताया कि 20वीं पशु गणना केंद्र सरकार के ऐप व हरियाणा सरकार के एप द्वारा करवाई जा रही है, जिसमें बहुत कठिनाईयां हैं।

एक ही समय में दोनों एप से पशु गणना करना असंभव है। इसमें पशु का फोटो, पशु मालिक का फोटो तथा आधार कार्ड की अनिवार्यता से सभी सर्वेक्षण कर्ताओं को दिक्कत आ रही है। पशुपालन विभाग में काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारियों को कंप्यूटर का ज्ञान नहीं है तथा विभाग द्वारा उनको कोई कंप्यूटर का प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि पशुगणना में हरियाणा एप की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए तथा सर्वे में केंद्र एवं हरियाणा सरकार द्वारा प्रशिक्षित सक्षम युवाओं की ड्यूटी लगाई जाए जिनको कंप्यूटर का ज्ञान हो। वहीं विभाग के उपनिदेशक डा. जसवंत जून ने बताया कि पशु गणना का कार्य विभाग द्वारा पशु चिकित्सक व वीएलडी को सौंपा गया है। गणना नहीं करने के बारे में उन्हें ज्ञापन सौंपा है जो उच्चाधिकारियों को भेज दिया जाएगा।