चौटाला परिवार की लड़ाई पर सुरजेवाला का तंज, जो एक चुनाव के लिए दादा को जेल भिजवा दे, वो जींद का क्या भला करेगा

ख़बरें अभी तक। जींद उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जजपा और लोकदल की पारिवारिक लड़ाई पर तंज कसा है. सुरजेवाला ने कहा कि कुनबाघाणी करने वाले जींद का भला नहीं कर सकते। जो आदमी एक इलेक्शन व एक जलसे के लिए 86 साल के बुजुर्ग को अस्पताल में इलाज करवाते समय तिहाड़ में भिजवा दे वो जींद का क्या करेंगे आप समझ सकते हैं।

चौटाला परिवार में जूतम-पैजार और दादी द्वारा चुनाव लड़ रहे पोतों के प्रति व्यक्त पीड़ा का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि पोते हमेशा दादा- दादी के दुलारे होते हैं लेकिन कल उनकी दादी को रोते हुए यह कहते हुए सुना कि या तो किसी के ऐसे पोते हों ना, हों तो रहे ना। उन्होंने तो यह तक कह दिया कि उनकी मृत्यु के बाद उनको हाथ भी यह लोग ना लगाएं। दादा- दादी को जिन्दा रहते मारने वाले ऐसे लोगों से जींद के भले की उम्मीद कैसे की जा सकती है। इसे ही बुजुर्ग लोग कुनबाघानी कहते हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि इस इलाके से दो भाई चुनाव में बयानबाजी कर रहे हैं, इन भाइयों की पोल कल सबके सामने आ गई। मैं ओमप्रकाश चौटाला व उनके परिवार द्वारा जनता और क्षेत्र की अनदेखी के खिलाफ पूरी जिंदगी लड़ा, क्योंकि वो इलाके के लिए हानिकारक हैं। लेकिन दुष्यंत व दिग्विजय सिंह चौटाला के शरीर की चमड़ी, उनके ठाठ-बाठ, गाडिय़ों व रुपया उनके पास है, उनके दादा का है। जो आदमी एक इलेक्शन व एक जलसे के लिए 86 साल के बुजुर्ग को अस्पताल में इलाज करवाते समय तिहाड़ में भिजवा दें, वह जींद का क्या करेंगे आप समझ सकते हैं। इनकी तरफ ध्यान नहीं देना है। मुझे मौका दीजिए आपके इलाके की तकदीर व तस्वीर बदलने का काम करेंगे।