B’day spcl: इस एक्टर को कॉपी करना चाहते हैं किंग खान

खबरें अभी तक। तमिल सिनेमा अपनी लार्जर दैन लाइफ कहानियों और सुपरस्टार्स के लिए जाना जाता है. लेकिन तमिल इंडस्ट्री में एक ऐसा सितारा भी है जो सिर्फ चुनिंदा रोल करता है, और हर कैरेक्टर को बहुत ही सधे ढंग से निभाता है. ये सुपरस्टार है विजय सेतुपती. आज विजय 40 साल के हो गए हैं, और उन्होंने एक दशक के समय में तमिल सिनेमा में अपना एक रुतबा हासिल कर लिया है. उनकी ‘विक्रम वेदा’ पिछले साल की टॉप फिल्मों मे से एक थी और IMDB ने भारत की टॉप फिल्मों की लिस्ट में इसे शीर्ष पर जगह दी थी. ये कहानी एक पुलिस अधिकारी और एक अपराधी की थी, जिसे विक्रम-बेताल की कहानी की तर्ज पर गढ़ा गया था. विजय ने डॉन का किरदार निभाया था.

दिलचस्प यह है कि विजय सेतुपती का जीवन काफी संघर्ष भरा रहा और उन्होंने पॉकेट मनी के लिए सेल्समैन से लेकर कैशियर और फोन बूथ ऑपरेटर तक की नौकरी की. उन्हें अपनी तीन भाई-बहनों की देखभाल करनी थी इसलिए वे बी.कॉम करने के बाद दुबई नौकरी करने चले गए. वहां उन्होंने दो साल गुजारे. लेकिन नौकरी में मजा नहीं आया तो वे 2003 में भारत लौट आए. यहां कई तरह के काम किए लेकिन फिर एक दिन एक्टिंग में करियर शुरू करने का फैसला किया क्योंकि बालू महेंद्र  ने उन्हें कहा था कि तुम्हारा चेहरा फोटोजनिक है.

विजय सेतुपती ने एक्टिंग की क्लासेज ली और फिर छोटे-मोटे रोल फिल्मों में करते रहे. उन्होंने बैकग्राउंड एक्टर के तौर पर शुरुआत की. धीरे-धीरे ये छोटे रोल उन्हें पहचान दिलाने लगे. लेकिन 2012 उनके लिए बदलाव भरा साल रहा. इस साल आईं उनकी ‘पिज्जा’ और ‘नादुवुला कुंज पक्काता कानोम’ सुपरहिट रहीं. ‘पिज्जा’ में वे डिलीवरी बॉय बने थे जबकि ‘नादुवुला कुंज पक्काता कानोम’ में ऐसे युवा का किरदार निभाया था जिसकी याद्दाश्त उसकी शादी से दो दिन पहले चली जाती है.

साल 2016 में उनकी ‘सेतुपती’ आई जिसमें वे पुलिस अधिकारी के रोल में नजर आए. उन्होंने तमिल सिनेमा के स्टाइलिश पुलिस अधिकारियों के उलट एक सधे और संयमित पुलिस अधिकारी का किरदार निभाया. इसी तरह उनकी फिल्म ‘आंडवन कट्टालई (2016)’ को भी खूब पसंद किया गया, ये सटायरिकल फिल्म थी. साल 2017 में तो उनकी ‘विक्रम वेधा’ ने धमाल मचाया तो सायकोलॉजिकल थ्रिलर  ‘पुरियाता पुतिर’ को भी खूब पसंद किया गया.