कुल्लू का एक ऐतिहासिक गांव जहां गालियां देकर दूर की जाती है, बुरी शक्तियां

ख़बरें अभी तक: जिला कुल्लू का ऐतिहासिक गांव नग्गर, जहां एक दिवसीय ‘गनेड उत्सव’ का आयोजन किया गया। इस उत्सव में पुरुष आपस में एक-दूसरे को गालियां देते है। इस उत्सव में महिलाएं और युवतियां भी शामिल होती है लेकिन कोई भी गालियों का विरोध नहीं करता है। इस उत्सव में दो गांव के लोग हिस्सा लेते है।

साथ ही इस उत्सव में त्रिपुरा सुंदरी के जेठाली के सिर के ऊपर सिंग लगाए जाते है और अश्लील दोहे भी बोले जाते है। गनेड उत्सव में एक व्यक्ति को लकड़ी के डंडे पर बैठाकर उसके सिर पर सिंग लगाकर अश्लील गालियां दी जाती है। जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पंहुचते है। मान्यता है कि यहां प्राचीन समय में शक्तिशाली असुर रहता था। तभी से यह उत्सव मनाया जाता है। माना जाता है कि ऊझी घाटी के नग्गर में माता त्रिपुरा सुंदरी के सम्मान में मनाए जाने वाले गनेड़ उत्सव में असुरी शक्तियों के प्रभाव को कम करने के लिए जेठाली के सर पर सींग लगाए जाते है।