क्या भारतीय यहूदीयों को मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा ?

खबरें अभी तक।इजरायल के प्रधानमंत्री इस वक्त भारत के दौरे पर है. भारत ने भी उनका खूब स्वागत किया.बह इस बक्त 6 दिन के भारतीय दौरे पर है,वहीं भारत में रहने वाले यहूदी समुदाय के लोग आज भी अल्पसंख्यक दर्जा का इंतजार कर रहे है.इसमे काफी यहूदी इजरायल मूल के है.

कुछ समय पहले अल्पसंख्यक मामले के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने लोकसभा में बताया थी कि केंद्र सरकार ने अभी तक यहूदियों को अल्पसंख्यक का दर्जा नहीं दिया है. वहीं 1992 के नेशनल कमिशन फॉर माइनॉरिटी एक्ट के मुताबिक,भारत सरकार ने मुस्लिम, सिख,बौद्ध, क्रिश्यन, पारसी और जैन को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है.

अब इजरायल के प्रधानमंत्री के भारत आने से यहूदी समाज के लोगों में एक उम्मीद जगी है कि अब शायद उन्हे अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त हो जाएगा. क्योकि इजरायल भी एक यहूदी राष्ट्र है और भारत के साथ अछे सम्बंधों से भारतीय यहूदी लोगों में विशवास की भावना है.

2001 की जनगणना के अनुसार, भारत में 4650 यहूदी रहते है.इनमें से 2446 महाराष्ट्र में रहते है. महाराष्ट्र के साथ-साथ मणिपुर, मिजोरम और गुजरात में यहूदियों की संख्या अन्य राज्यों से अधिक है.