भीड़ के हाथों फिर हुई एक और पुलिसकर्मी की मौत, मॉब लिचिंग का शिकार हुआ पीएम मोदी की सुरक्षा में लगा जवान

ख़बरें अभी तक। भीड़ का एक औऱ विक्राल रूप देखने को मिला. बुलंदशहर की घटना के बाद से जहां देश उभरा नहीं था वहीं गाजीपुर की घटना ने एक औऱ पुलिसवाले की जान लेली. गाजीपुर में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लिए तोहफा देने आए थे. वहीं, दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने वीआईपी सुरक्षा में ड्यूटी कर वापस थाने पर जा रहे कांस्टेबल की हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की वीआईपी सुरक्षा में शामिल पुलिसकर्मी वापस आ रहे थे. इस दौरान उन पर पथराव किया गया और लाठी-डंडों से भी हमला हुआ.

जानकारी के अनुसार निषाद समाज के लोग आरक्षण की मांग को लेकर धरना दे रहे थे. इस दौरान पहले से ही कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद भी ये लोग प्रदर्शन कर रहे थे. जब पुलिसकर्मी कठवा पुल के पास पहुंचे तो वहां पर प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया. साथ ही लाठी-डंडों से भी हमला कर दिया.

ये सभी पुलिसकर्मी नोनहरा थाना जा रहे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हेड कांस्टेबल सुरेश वत्स को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. वहीं, अन्य पुलिसकर्मी भी इस पथराव और पिटाई में घायल हुए हैं. कांस्टेबल सुरेश सिंह को पुलिसकर्मी आनन-फानन में जिला अस्पताल लेकर आए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. कांस्टेबल सुरेश सिंह करीमुद्दीनपुर थाने पर तैनात थे. ये कोई पहला मामला नहीं है. इस तरह से ये भीड़ कई लोगों की जान ले चुकी है. अब इसकी आग आपके घरों तक पहुंचने लगी है.