शिमला MC उपचुनाव: सांगटी वार्ड में त्रिकोणीय मुकाबला, बीजेपी प्रत्याशी ने भरा नामांकन

ख़बरें अभी तक।  नगर निगम शिमला के सांगटी वार्ड से पार्षद के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। जिसके लिए चुनाव मैदान में तीन प्रत्याशियों के बीच मुकाबला काफी कांटेदार होने वाला है। भाजपा ने जन्हा कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुई पूर्व पार्षद मीरा शर्मा पर भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस ने इस बार युवा चेहरे को चुनाव मैदान में उतारा है। नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन भाजपा समर्थित मीरा शर्मा ने अपने समर्थको के साथ अपना नामांकन दाखिल किया और कांग्रेस की तरफ से शिल्पा चौहान ने अपना नामांकन दाखिल किया जबकि सीपीआईएम समर्थित रंजना ने बीते कल अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।

वहीं ये चुनाव दोनों ही दलों भाजपा एवं कांग्रेस के लिए साख का सवाल बन चुका है। पहले सीपीआईएम् फिर पिछली बार कांग्रेस और अब भाजपा की टिकेट पर चुनाव लड़ रही मीरा शर्मा ने बताया कि कुछ निजी कारणों से दो माह पहले पार्षद पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। लेकिन स्थानीय जनता की मांग पर वह फिर से भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी है । भाजपा में शामिल होने के सवाल पर मीरा ने कहा कि जिस दल के साथ जाने पर उनके वार्ड के विकास कार्यों को गति मिलेगी वे उस दल में शामिल हुई हैं और जो काम वार्ड में अधूरे रह गए है उनको वह अब पूरा करेगी।

कांग्रेस ने  सांगटी वार्ड के लिए नए और युवा चेहरे पर दांव खेला है । कांग्रेस ने शिल्पा चौहान को  अपना प्रत्याशी बनाया है ।शिल्पा ने पानी ,सिवरेज  सड़कों को पक्का करने को अपनी प्राथमिकता बताया है।

राज्य निर्वाचन आयोग ने गत 19 दिसंबर को उप चुनाव के लिए अधिसूचना भी जारी कर दी। नामाकन पत्रों की जांच 31 दिसंबर तक होगी और प्रातः 10 बजे से उम्मीदवार अपना नामांकन 2 जनवरी 2019 को सांय तीन बजे से पहले वापस ले सकते हैं। दो जनवरी 2019 को चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूचि चिन्हों सहित तैयार की जाएगी। यदि आवश्यक हुआ तो मतदान 12 जनवरी 2019 को प्रातः 8 बजे से सांय 4 बजे तक होगा और इसी दिन मतदान के उपरांत मतों की गणना की जाएगी। इसके तुरंत बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। चुनावी प्रक्रिया 14 जनवरी को पूरी कर ली जाएगी। राज्य चुनाव आयोग ने नगर निगम शिमला की परिधि में चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है।  नगर निगम शिमला में कांग्रेस समर्थित 12 पार्षद हैं। मीरा शर्मा के इस्तीफा के बाद अब 11 ही रह गए हैं।