आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान पर इजरायल का ट्रिपल अटैक

खबरें अभी तक। आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है. अमेरिका से लेकर यूएन तक पाकिस्तान को आतंक के मुद्दे पर चेता चुके हैं. अब इजरायल ने आतंकी हाफिज सईद को लेकर पाकिस्तान को घेरा है. इससे पहले आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत और जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी पाकिस्तान को आइना दिखा चुके हैं.

आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान पर होने वाला ये ट्रिपल अटैक इसिलए भी अहम है क्योंकि इजरायल के पीएम ने सार्वजनिक तौर पर ऐसा कहा है. भारत के 6 दिवसीय दौरे पर आए इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने आजतक से इंटरव्यू में हाफिज सईद के खिलाफ कड़े शब्द इस्तेमाल किए. उन्होंने कहा, ‘हम हत्यारों को पकड़ने में सफल होंगे. हमारा मुख्य मकसद यह है कि भविष्य में किसी की हत्या न हो. इजरायल ने कई लोगों की जिंदगी बचाने में अहम रोल निभाया है.’

आर्मी चीफ ने क्या कहा

आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने रविवार को कहा कि आतंकवाद को काबू करने और जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए नए तरीके अपनाने होंगे. वहीं रविवार को आर्मी दिवस के मौके पर उन्होंने इससे आगे बढ़कर चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान सरहद पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करता है और उसकी किसी भी कार्रवाई का हम मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं. आर्मी चीफ ने स्पष्ट कहा, ‘अगर पाकिस्तान ने हमे मजबूर किया तो हम दूसरी कार्रवाई भी कर सकते हैं.’

जिस दौरान आर्मी चीफ ये बयान दे रहे थे उसी दौरान सेना का जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का सफाया करने का ऑपरेशन चल रहा था. आर्मी ने एलओसी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पहले उरी सेक्टर में घुसपैठ कर रहे 6 आतंकियों को ढेर किया. इसके बाद एलओसी के कोटली में जवाबी गोलीबारी के दौरान 7 पाकिस्तानी सेना के जवानों को ढेर कर दिया.

महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा

जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वहां की सरकार और सेना आतंकवाद के बजाय विकास पर ध्यान दे.

जम्मू-कश्मीर की सीएम, आर्मी चीफ और इजरायल के प्रधानमंत्री ने मिलकर आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा है. बता दें कि केंद्र की सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी हर अंतरराष्ट्रीय मंच से आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई का आह्वान करते हैं. अमेरिका समेत कई देशों से पिछले कुछ वक्त में पाकिस्तान को आतंक के समर्थन से बाज न आने के लिए उपेक्षा का भी सामना करना पड़ा है. ऐसे में अमेरिका के एक और बड़े सहयोगी और दुनिया के ताकतवर देशों में शुमार इजरायल का पाकिस्तान के प्रति ये स्पष्ट रुख उसके खिलाफ भारत को और मजबूती देता है.