अगले साल होने वाले महाकुंभ के लिए धर्मनगरी हरिद्वार में हलचल 

ख़बरें अभी तक। प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ के लिए धर्मनगरी हरिद्वार में भी हलचल देखी जा रही है। प्रयागराज के लिए यहां से बड़ी संख्या में साधू-संत अपने साजो-सामान के साथ रवाना हो रहे हैं। जहां सन्यासी अखाड़ों में से एक निरंजनी अखाड़े के हजारों संत रवाना हो रहे हैं वहीं निर्मल अखाड़े में चल रहे विवाद के चलते इस बार सन्नाटा पसरा हुआ है. पहले से ही अखाड़े के गेट पर धरना दे रहे संतों के चलते अभी तक यहां पर अखाड़े का साजो-सामान और पालकियां नहीं जा सकी हैं।

मौका प्रयागराज में कुंभ का है. ऐसे में धर्मनगरी हरिद्वार भी पीछे कहां रह सकती है. धर्मनगरी हरिद्वार से कई अखाड़े संचालित होते हैं और प्रयागराज कुंभ के लिए कई अखाड़े यहां से कूच करते हैं. अखाड़ों के रमता पंच हों, महामंडलेश्वर हों या फिर महंत हजारों की संख्या में साधू-संत रोजाना यहां से रवाना हो रहे हैं। पेशवाईयों के लिए यहां से बड़ी संख्या में पालकियां भी जा रही हैं। अगले चार महीनों के बाद ही ये वापस धर्मनगरी की ओर लौटेंगे. प्रयागराज कुंभ को लेकर साधू-संतो में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है।

उधर इस बार विरोध के चलते निर्मल अखाड़े में सन्नाटा पसरा हुआ है। निर्मल पंचायती अखाड़े में कोठारी पद को लेकर विवाद है. बड़ी संख्या में अखाड़े के ही साधू-संत गेट पर डटे हैं. ऐसे में अखाड़े का साजो-सामान आश्रम के अंदर ही बंद है. साधू-संत इसे लेकर खासे निराश हैं और एक दूसरे गुट पर दोष मढ रहे हैं। प्रयागराज कुम्भ का असर धर्मनगरी हरिद्वार में भी देखने को मिल रहा है. अगले चार महीनों के लिए यहां सन्नाटा पसरा रहेगा. हरिद्वार में भी आगामी 2021 में महाकुम्भ होना है. ऐसे में प्रयागराज कुम्भ के बाद यहां भी तैयारियां शुरू हो जाएंगी।