हरियाणा: इलाज के दौरान 5 वर्षीय मासूम की मौत

ख़बरें अभी तक। निजी अस्पतालों में चिकित्सकों की लापरवाही के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसके कारण अब तक अनेक लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अथवा सरकार द्वारा ऐसे मामलों पर बजाय कोई ठोस कार्यवाही करने के लीपापोती करके उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

ऐसा ही एक मामला आज उस वक्त सामने आया, जब एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 5 वर्षीय मासूम की मौत हो गई। मासूम की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने न केवल जमकर बवाल काटा, बल्कि अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग भी की।

मामला रेवाड़ी के गोल चक्कर स्थित डॉ. सोहन क्लीनिक का है, जहां जैतपुर गांव का रहने वाला मिंटू अपनी बेटी का इलाज कराने के लिए आया था। बेटी को दिखाने के बाद जब उसने अपने 5 वर्षीय मासूम सुधीर को चेक कराया तो डॉक्टर ने कुछ दवाइयां लिखने के बाद उसे इंजेक्शन लगा दिया।

परिजनों की माने तो इंजेक्शन लगते ही मासूम के मुंह से झाग निकलने लगे और देखते ही देखते मात्र 10 मिनट में उसने दम तोड़ दिया। इस पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला को शांत कराया और मृतक मौसम के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया।

इसे लेकर जब आरोपी चिकित्सक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने रूटीन में मासूम को इंजेक्शन लगाया था। मौत कैसे हुई, यह तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। इधर पुलिस भी यही कह रही है कि जांच के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। बहरहाल पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी है।

हालांकि यह कोई अकेला मामला नहीं है। इससे पहले भी रेवाड़ी में निजी अस्पतालों में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां चिकित्सकों पर इस तरह के आरोप लग चुके हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि धरती पर बैठे चिकित्सक रूपी भगवान पर भरोसा करे भी तो कैसे, क्योंकि ये लोग अपनी तिजोरियां भरने के अलावा कुछ करते नहीं दिखाई पड़ रहे हैं।