गीता महोत्सव में पहुंचे सूफी गायक सतिंदर सरताज को देखने उमड़ी भीड़

खबरें अभी तक। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 में इस सांस्कृतिक संध्या का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और दीप प्रज्जवलित करके सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ तो दर्शकों के इंतजार की घडिय़ां भी खत्म हो गई। हालांकि इस सांस्कृतिक संध्या में सबसे पहली प्रस्तुती इंडोनेशिया के कलाकारों ने दी। इन कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओ से जुड़े यादगार लम्हों को अपने लोकनृत्य के माध्यम से प्रस्तुत कर दर्शकों की वाहवाही लुटी।

इस महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या का माहौल उस समय बदल गया जब सुफी गायक सतिंदर सरताज मंच पर आए। इस गायक की एक झलक पाने के लिए हजारों दर्शक अपनी सीटों से खड़े हो गए और गायक सतिन्द्र सरताज ने अपने चिर-परिचित अंदाज में वाहे गुरु का नाम लेकर अपने कार्यक्रम को शुरु किया। ‘साईं वे साईं साडी फरियाद तेरे थाईं’ इस धार्मिक गायन के साथ ही सतिन्द्र ने अपना सुप्रसिद्घ सुफी गीत के साथ सभी दर्शकों की मांग को भी पूरा कर दिया, क्योंकि सभी दर्शक इस सुफी गीत को सुनने के लिए यहां पहुंचे थे।

इस गायक को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग पांडाल में बैठे थे और उससे ज्यादा पांडाल के बाहर अपने मन पसंद गायक सतिन्द्र सरताज को सुन रहे थे।