जेल में बंद कैदी अब खा सकेंगे पिज्जा, बर्गर, चाउमिन, सरकार ने बढ़ाई खर्च की सीमा

ख़बरें अभी तक प्रदेश की 19 जेलों में बंद करीब 19 हजार 886 कैदियों को अब से अब चाउमीन, बर्गर, ब्रांडेड ब्रेड, बिस्किट-नमकीन, छोले भटूरे या फिर देशी घी जैसी खाने पीने की चीजे मिलेंगी. अब से वे प्रति माह छह हजार रुपये की जगह 8 हजार रुपये जेल की कैंटीन में खर्च कर सकेंगे।

जेल की किसी भी कैंटीन, बेकरी में नकद पर सामान नहीं मिलता। यहां ऑनलाइन भुगतान का प्रावधान है। कुछ भी सामान खरीदना है तो अंगूठा लगाने के बाद बंदी के खाते से रुपये कट जाते हैं। एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से सभी बंदियों का खाता खुला हुआ है। इस खाते में सिर्फ बंदी के परिजन हर माह अब आठ हजार रुपये तक डाल सकते हैं। यह रुपये बंदी के खाते में जेल प्रशासन के माध्यम से ही ट्रांसफर होता है।अंबाला के जेल अधीक्षक लखबीर बराड़ ने बताया कि कैंटीन की आमदनी से समय-समय पर बंदियों की हालत सुधारने का कदम उठाए जाते हैं। इसके लिए जेल में बंदी कल्याण कोष बनाया गया है।