किसानों व बागवानों से धोखाधड़ी करने वाले कारोबारियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR

खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश के किसान बागवानों से धोखाधड़ी और ठगी करने वाले आढ़तियों कारोबारियों के खिलाफ किसान सभा ने बोला धावा. किसान बागवानों को बरसों से लूटने वाले कारोबारियों के खिलाफ अब थानों में शिकायतें और एफआईआर दर्ज की जाएगी. सरकार ने भी ऐसे डिफाल्टर आढ़तियों का ब्यौरा मांगा, सरकार भी इन लागों की मदद करने को तैयार है. बरसों से लूट के कारोबार के ज़रिए किसान बागवानों को चपत लगाने वालों को अब पुलिस ढूंढ निकालेगी.

हिमाचल प्रदेश के किसान बागवानों से धोखाधड़ी और ठगी के लिए इमेज परिणाम

बरसों से प्रदेश के किसानों और बागवानों को अपनी लूट का शिकार बनाने वाले आढ़तियों पर आखिर पुलीस में मुकद्दमा दर्ज हो ही गया. सेब कारोबारियों और किसान संघर्ष समिति के दखल से ठियोग पुलिस स्टेशन में 7 बागवानों की आढ़तियों के विरुद्ध FIR दर्ज की गई है. इसमे IPC की धारा 420, 504, 506व 34 के अंतर्गत FIR दर्ज की गई है. बागवान काफी लम्बे समय से आढ़तियों से अपने सेब के पैसों के लिए कार्यवाही चाह रहे थे परन्तु ए पी एम सी व पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई कार्ररवाही नहीं की जा रही थी.

 

अभी हाल ही में  21 नवम्बर, 2018 किसान संघर्ष समिति का एक अधिवेशन आयोजित किया गया था जिसमें किसानों की आढ़तियों द्वारा की जा रही इस लूट व शोषण के विरुद्ध एक आंदोलन की रूपरेखा तय की गई. इसी सिलसिले में एक प्रतिनिधिमंडल कृषि मंत्री को मिला , जिसमें मार्केटिंग बोर्ड व ए पी एम सी की लचर कार्यप्रणाली व पुलिस प्रशासन के ढुलमुल रवैया का उल्लेख किया गया था. किसान बागवानों की मांग पर आखिर कृषि मंत्री ने तुरंत ठोस क़दम उठाने और दोषी आढ़तियों के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही कर उनके खिलाफ FIR के आदेश दिए.

इसके बाद शिकायतकर्ता बागवानों के द्वारा ठियोग थाने में FIR दर्ज कर दी गई है. किसान संघर्ष समिति इस कार्रवाही के लिए कृषि मंत्री का आभार व्यक्त करती हैं और आशा करती हैं कि सरकार दोषी आढ़तियों के विरुद्ध तुरंत कड़ी कार्यवाही कर बागवानों को उनकी मेहनत की कमाई उन्हें वापिस दिलवाने का कार्य करेगी व भविष्य में इस लूट पर रोक लगाएगी.

हिमाचल प्रदेश के किसान बागवानों से धोखाधड़ी और ठगी के लिए इमेज परिणाम

कई वर्षों से कई आढ़तियों के द्वारा सेब बागवानों के विक्रय किए गए सेब की या तो समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है और हजारों बागवान ऐसे हैं जिन्होंने कई वर्षों से आढ़तियों से अपने बकाया भुगतान लेना हैं. परन्तु अधिकांश दोषी आढ़ती या तो सम्पर्क करने पर फ़ोन ही नहीं उठाते और या आनाकानी करते हैं, जबकि कई कारोबारी और आढ़ती तो सारी हदें पार कर बागवानों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और कुछ बागवानों ने तो बताया कि उन्हें धमकाया जाता है और यहाँ तक कि जान से मारने तक की धमकियां दी जा रही हैं.

किसान संघर्ष समिति ने सरकार से मांग की है कि बागवानों की इन दोषी आढ़तियों के द्वारा की जा रही इस लूट को रोकने के लिए उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाही करें ताकि प्रदेश के किसानों व बागवानों को इस प्रकार की लूट व शोषण से बचाया जा सके. समिति उन सभी बागवानों जिन्होंने आढ़तियों से बकाया भुगतान हासिल करना है से आग्रह करती हैं कि वह अपनी लिखित शिकायत ए पी एम सी को दे तथा पुलिस में भी FIR दर्ज करें ताकि इस लूट व शोषण से छुटकारा पाया जा सके.

ठियोग ठाणे में ठगी करने वाले कारोबारियों के खिलाफ शिकायत और FIR दर्ज होने के बाद अब उम्मीद की जा सकती है की सैलून से किसना बागवानों का खून पसीने की कमाई हड़पने वाले कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी और किसनों का पैसा भी वसूला जायेगा.