बलियाली में बरवाला रैली का निमंत्रण देने पहुंचे दीपेन्द्र हुड्डा

खबरें अभी तक। भिवानी के गांव बलियाली पहुंचे रोहतक सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने भाजपा और इनेलो पर बङ़े आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा भगवान राम और गीता के नाम का राजनीतिकरण कर रही है। वहीं इनेलो अपनी लागातार हार पर चिंता की बजाङ आपस में लङ रही है। उन्होंने निगम चुनाव पार्टी चिन्ह पर लङने पर कोई जवाब नहीं दिया।

बता दें कि 25 नवंबर को पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा की जनक्रांति रथ यात्रा को लेकर बलियाली गांव में कांग्रेस नेता प्रेमवती गोयत, अनूप बडेसरा व राजेश बडेसरा द्वारा जनसभा का आयोजन किया गया। इस जनसभा में रोहतक से सांसद दीपेन्द्र हुड्डा मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे। इस दौरान जनसभा में कलानौर से विधायक सकुंतला खटक व पूर्व विधायक रणबीर महेन्द्रा भी मौजूद रहे।

सबसे पहले सासंद दीपेन्द्र हुड्डा ने अपने संबोधन में भाजपा पर एक बार फिर प्रदेश का भाईचारा तोङने, किसान व मजदूर वर्ग से झुठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्होने इनेलो में हो रही आपसी लङाई की चर्चा करते हुए कहा कि इनेलो 2005 से लोकसभा व विधानसभा के लगातार 6 चुनाव हार चुकी है और अब अपनी लगातार हो रही हार और घटते वोटबैंक पर चिंता की बजाय आपस में लङ रहे हैं।

दीपेन्द्र हुड्डा ने चुटकी ली कि जो इनेलो अपनी रैली में नारे लगाने वालों को कांग्रेसी बताती है। उन्होंने कहा कि वो कांग्रेसी हैं तो वोट भी किसी और को नहीं कांग्रेस को ही देंगें। साथ ही उन्होने इनेलो पर कटाक्ष किया और कहा कि इनेलो शुरु से भाजपा को समर्थन कर रही है। चाहे वो केन्द्र सरकार के खिलाफ अवि·ाास प्रस्ताव हो, राष्ट्रपति या उप-राष्ट्रपति का चुनाव हो। दीपेन्द्र ने कहा कि अब भी चुनावों में इनेलो को जितनी भी सिटें मिलेंगी वो बाद में भाजपा को देंगें।

वहीं मीडिया से रुबरु हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा का चार साल का कार्यकाल दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। भाजपा अपने एक भी वादे पर खरी नहीं उतरी। उन्होने गीता जयंति समारोह में करोङों रुपये खर्च करने के सवाल पर कहा कि गीता धार्मिक ग्रंध है लेकिन भाजपा गीता के मुल उद्देशय, अच्छे कर्म को नहीं समझ रही। उन्होने चुटकी ली और कहा कि भाजपा के सभी कर्म माङे हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार गीता का राजनीतिकरण कर रही है। उन्होने राम मंदिर मुद्दे पर भी भाजपा पर बङे आरोप लगाए और कहा कि भगवान राम भी