साधनों की व्यवस्था ना होने के कारण जान जोखिम में डालकर परीक्षा देने पहुंचे विद्यार्थी

खबरें अभी तक। हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन ग्रुप डी की दो दिन चलने वाली परीक्षा के आज दूसरे दिन यमुनानगर में लगभग 45,000 बच्चे पेपर देने के लिए पहुंचे। आने जाने के साधनों की ठीक से व्यवस्था ना होने के कारण लोग कल भी अपनी जान जोखिम में डालकर पहुंचे थे और आज भी वही हालात देखने को मिली। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने व्यवस्था को संभालने की कोशिश की लेकिन वो भी नाकामयाब रहे।

हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन ग्रुप की तरफ से आयोजित ग्रुप डी की परीक्षा का आज दूसरा दिन था इस दूसरे दिन में यमुनानगर में 68 सेंटर बनाए गए थे। और लगभग 45000 बच्चों दूसरे दिन की परीक्षा में शामिल हुए। इस परीक्षा के लिए दूर-दूर से परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे। लेकिन इस परीक्षा में परीक्षार्थीयों को अपनी जान जोखिम में डालकर अपने अपने सैंटर तक पहुंचना पड़ा। हालांकि प्रशासन 2 दिन ज्यादा से ज्यायादा बसें लगाए जाने का दावा कर रहा है। लेकिन तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं। बसों की छतों पर चढ़े यह लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सफर करने के लिए मजबूर हैं। हालांकि यमुनानगर उपायुक्त गिरीश अरोड़ा का कहना है कि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की तरफ से होने वाले पेपर 10 और 11 और अगले सप्ताह 17 और 18 तारीख को होने वाले पेपर के लिए इंतजाम किए गए हैं। इतने बड़े तादाद में बच्चे दूसरे शहरों से आते हैं। इसलिए उन्होंने पुलिस बल भी लगाया गया और रोडवेज जीएम को भी निर्देश दिए गए हैं कि ज्यादा से ज्यादा बस सेवा मुहैया करवाई जाए। डीसी साहब का कहना है कि भैया दूज होने के कारण भी भीड़ ज्यादा थी।