महिला ने दिया चार बच्चों को जन्म, प्रसव सामान्य होने से अचंभित डॉक्टर

ख़बरें अभी तक। कुदरत की लीला भी अजीब है। किसी को पूरी उम्र औलाद का सुख नहीं मिल पाता, तो किसी को एक, दो नहीं बल्कि चार-चार बच्चों का सुख एक साथ नसीब हो जाता है। वह भी पहली बार हुए प्रसव से तो, जिसने सुना उसी ने दांतों तले अंगुली दबा ली। हद तो तब हो गई जब डॉक्टर भी इस करिश्मे से दंग रह गए। महिला की डिलीवरी अलवर राजस्थान के निजी अस्पताल में हुई, जहां जच्चा-बच्चा पूरी तरह सुरक्षित बताये जा रहे हैं। आयशा पत्नी शब्बीर निवासी पाटखोरी की शादी करीब दो साल पहले हुई थी। मध्यमवर्गीय परिवार के शब्बीर चार भाइयों में सबसे छोटे हैं।

हरियाणा राज्य के नूंह ( मेवात ) जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल के पाट खोरी की रहने वाली आयशा (25) ने एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान 4 बच्चों (तीन लड़के और एक लड़की) को जन्म दिया। प्रसव पूरी तरह से सामान्य बताया जा रहा है। चारों नवजात और प्रसूता पूरी तरह से स्वस्थ हैं। डॉक्टर के मुताबिक इस तरह के मामले बहुत कम सामने आते हैं। ऐसे केसों में आमतौर पर बच्चे स्वस्थ नहीं रहते। साथ ही प्रसव के दौरान भी खासी परेशानी आती है। लेकिन इस मामले में विपरीत हुआ है। महिला की डिलीवरी भी नॉर्मल तरीके से हुई और बच्चे भी दुनिया में आते ही पूरी तरह स्वस्थ बताये जा रहे हैं।

अब सवाल लाख टके का यह है कि आख़िरकार एक मां चार बच्चों को कैसे संभालेगी और उपर से चूल्हा-चौका का काम भी घर में रहता है। लेकिन इसकी चिंता पैदा करने वाली मां से ज्यादा परिवार की अन्य महिलाओं को है। जच्चा-बच्चा के घर आते ही जश्न से लेकर मिठाइयों का पूरा इंतजाम परिवार कर रहा है। जुड़वां चार भाई-बहन का धूमधाम से अक़ीक़ा भी होगा। गांव ही नहीं रिश्तेदारियों से लेकर दूरदराज गांव के लोगों को भी दावत दी जाएगी। अभी महिला और नवजात अलवर राजस्थान के निजी अस्पताल में ही हैं। चार बच्चों की पैदाइश एक साथ होने से परिवार फूला नहीं समां रहा है। महिला के दो दिन बाद घर पहुंचने का परिवार बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।