फतेहाबाद में धान की पराली को आग लगाने का मामला

ख़बरें अभी तक। हरियाणा में लगातार बढ़ रही पराली को लेकर अब सरकार की ओर से सख्त रुख अख्तियार कर लिया गया है। आज फतेहाबाद में हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव डीएस देसी के द्वारा 3 जिलों के उपायुक्त और जिला अधिकारियों की मीटिंग ली गई। इस दौरान उनके द्वारा फतेहाबाद के गांव हजरावा खुर्द और हजरावा कला के सरपंच को सस्पेंड किया गया है। डीएस ढेसी के द्वारा फतेहाबाद के गांव कासिमपुर के के नंबरदार को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए गए हैं।

इन लोगों के द्वारा पराली जलाने के मामलो पर रोक लगाने को लेकर प्रशासन का कोई सहयोग नहीं किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए फतेहाबाद के एडीसी सतवीर जांगू ने बताया कि पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जिसको लेकर आज हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव डीएस देसी के द्वारा तीन जिलों के उपायुक्त और जिला अधिकारियों की मीटिंग ली गई है। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में मुख्य सचिव के द्वारा दो सरपंचों और एक नंबरदार पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया गया है।

एसडीएम सतवीर जांगू ने बताया कि पिछले दिनों गांव हजरावां खुर्द और हजरावा कला का जिला प्रशासन की ओर से दौरा किया गया था। लेकिन पराली जलाने के मामलों पर रोक लगाने को लेकर इन गांवों के सरपंचों के द्वारा प्रशासन का कोई सहयोग नहीं किया गया। वहीं जो गांव कासिमपुर के नंबरदार को सस्पेंड किया गया है। उस नंबरदार के द्वारा खुद अपने खेतों में पराली को आग लगाई गई थी। इसलिए उक्त नंबरदार पर मुख्य सचिव के द्वारा कार्रवाई की गई है, ताकि लापरवाही बरतने वाले अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों को कड़ा संदेश जाए।

सतबीर ने बताया कि फतेहाबाद में पराली जलाने वाले 30 टॉप गांव में अलग से अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। सतवीर जांगू ने बताया कि सरकार के द्वारा एसडीएम स्तर के अधिकारी की एसीआर को लेकर पराली का एक कॉलम भी शामिल किया गया है। जिसमें जब भी एसडीएम स्तर के अधिकारी की एसीआर लिखी जाएगी। उसमें पराली जलाने का कॉलम शामिल होगा और उसी अनुसार ही उसे पदोन्नति दी जाएगी। इससे साफ हो जाता है कि सरकार के द्वारा अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों पर लगातार पराली जलाने से रोकने का दवाब बनाया जा रहा है और इसी के चलते सख्त कार्रवाई भी की जा रही है।

बैठक में मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने यह जानकारी दी कि हरियाणा सरकार ने हाल ही में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुए है, जिसके तहत प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) के छोटे-छोटे प्लांट लगेंगे। ये प्लांट स्थापित करने पर अधिक लागत भी नहीं आएगी। इसी प्रकार से अक्षय ऊर्जा विभाग ने भी चार जगह पर धान के फानों से ऊर्जा बनाने के प्लांट लगाएगी। इसके लिए एलओआई जारी कर दिया गया है।