घर पर सो रहे युवक की कस्सी से हत्या, लापता भांजे पर शक

ख़बरें अभी तक। चरखी दादरी: जिले के बाढड़ा उपमंडल के गांव गोबिंदपुरा में घर पर सो रहे युवक की कस्सी से वारकर हत्या कर दी जबकि लापता भांजे का भी कोई सुराग नहीं लगा है। बाढड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक का भांजा घर से लापता है और प्राथमिक जांच में उस पर ही हत्या का शक है। वीरवार दोपहर हत्याकांड की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव चरखी दादरी सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने वारदात में प्रयोग कस्सी भी मृतक के घर से बरामद की है। इस संबंध में मृतक के छोटे भाई के बयान दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोबिंदपुरा निवासी संदीप (31) अपने भांजे सुनील (22) के साथ रात को खाना खाने के बाद अपने घर पर सो रहा था। सुबह उसका छोटा भाई रविंद्र जब घर पहुंचा तो उसे संदीप खून से लथपथ मिला। जब उसने अपने भांजे सुनील को तलाशा तो उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके तुरंत बाद रविंद्र ने अपने बड़े भाइयों और बाढड़ा थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। इसके बाद परिजनों सहित बाढड़ा थाना प्रभारी और डीएसपी अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे। वहीं, इसके कुछ देर बाद ही एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जब घटनास्थल का जायजा लिया तो मृतक की चारपाई के नीचे से खून से सनी कस्सी बरामद हुई। वहीं, पुलिस को दीवार और अलमारी पर भी खून के छींटे मिले।

सिविल अस्पताल पहुंचे मृतक के भाई रविंद्र ने बताया वो चार भाई हैं और बड़े दो भाई राजस्थान में रहते हैं जबकि उसका तीसरा बड़ा भाई संदीप और वह गांव में ही रहते हैं। रविंद्र ने बताया कि संदीप अविवाहित था जबकि वह शादीशुदा है। रविंद्र ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उसे बेटा हुआ है और उसकी पत्नी बच्चों सहित उसकी बहन के पास सुरपुरा गई हुई है। रविंद्र ने बताया कि उनके यहां चिनाई का काम चल रहा है और इसमें हाथ बटाने के लिए उनका भांजा सुनील भी पिछले करीब 20 दिनों से घर आया हुआ है।

रविंद्र ने बताया कि रात वह गांव में अपने किसी परिचित के यहां एक कार्यक्रम में गया था और बाद में वहीं सो गया। उसका बड़ा भाई संदीप और भांजा सुनील खाना खाकर घर पर सोने चले गए। रविंद्र ने बताया कि सुबह करीब साढ़े छह बजे जब वह घर पहुंचा तो संदीप चारपाई पर खून से लथपथ मिला। इसके बाद उसने शोर मचाया तो आस पड़ोस के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। रविंद्र ने बताया कि जब उसने संदीप कां संभाला तो वह दम तोड़ चुका था। पुलिस को दी शिकायत में रविंद्र ने बताया कि उसकी सिर पर कस्सी से वार किए गए थे और उसकी चारपाई के नीचे खून से सनी कस्सी भी पड़ी मिली। रविंद्र ने बताया कि उनकी बाइक और भांजे सुनील का कोई सुराग नहीं लग पाया।

दो भाई राजस्थान में करते हैं खेती, दो संभाल रहे थे गांव में जमीन

सिविल अस्पताल पहुंचे मृतक संदीप के बड़े भाई जय सिंह और महेंद्र ने बताया कि वो दोनों अपने परिवार सहित पिछले काफी समय से राजस्थान रहते हैं। वहां उन चारों भाईयों की 44 एकड़ जमीन है। इसके अलावा गोबिंदपुरा गांव में भी उनकी सात एकड़ जमीन है और इस जमीन पर खेती संदीप और रविंद्र करते थे। मृतक के भाइयों ने बताया कि संदीप अविवाहित था। कुछ समय पहले ही उसने बीकानेर के एक कालेज में एलएलबी प्रथम वर्ष में दाखिला लिया था। उन्होंने बताया कि संदीप का किसी से कोई झगड़ा या पुरानी रंजिश भी नहीं थी। जब वो घर पहुंचे तो वहां खड़ी बाइक भी गायब मिली।

बाढड़ा पुलिस थाना प्रभारी सुरजभान ने फोन पर बताया कि संदीप और उसका भांजा सुनील ही घर पर थे। संदीप हत्या मामले में फिलहाल उसके भांजे सुनील पर शक के आधार पर केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है और जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है।