रेवाड़ी गैंगरेप पीड़िता 59 दिन से घर में कैद, एक आरोपी के परिजनों ने उठा ले जाने की धमकी दी..

खबरें अभी तक। रेवाड़ी में गैंगरेप पीड़िता 59 दिन से घर में कैद है। परिवार को अब तक कानूनी प्रक्रिया व मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ रहा है। वहीं, आरोपियों के परिजनों की धमकी कम नहीं हो रही। पीड़िता के पिता ने नाहड़ चौकी पुलिस को शिकायत दी है कि गैंगरेप केस में 5 नवंबर को नारनौल कोर्ट में पेशी थी। उसी रात 11:30 बजे आरोपी निशु का पिता राजेश व उसका चचेरा भाई प्रवीन घर के गेट पर पहुंचकर अभद्र शब्द बोलने लगे। कहने लगे कि तुम्हें गवाही देने का नतीजा बताएंगे।

गवाही देने पर जान से मारने व घर से लड़की को उठा ले जाने की धमकी दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। रेवाड़ी के एसपी राहुल शर्मा ने कहा कि हमने कतई ढिलाई नहीं की है। सीसीटीवी कैमरे भी घर के बाहर लगवाए हैं, ताकि आगे ऐसी घटना हो तो आरोपी बच न सके। उल्लेखनीय है कि 12 सितंबर को कनीना से छात्रा का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था।

15 दिन अस्पताल में रखना पड़ा था : 12 सितंबर को कनीना से छात्रा का अपहरण कर गैंगरेप किया गया। इसमें तीन मुख्य आरोपियों व अन्य मददगारों को गिरफ्तार किया था। पीड़िता 15 दिन अस्पताल के स्पेशल वार्ड और 28 सितंबर से घर में कैद होकर रह गई है। ज्यादती के कोठरे की निशानदेही या कोर्ट में बयान देने के लिए ही बाहर निकली। 2 पुलिसकर्मी 24 घंटे घर के बाहर पहरा दे रहे हैं। इसके बावजूद पहले आरोपी मनीष के पिता ने सरपंच के पति को धमकाया। अब निशु के परिजनों ने पीड़ित परिवार को धमकी दी।