इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का बयान

ख़बरें अभी तक। इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में ओमप्रकाश चौटाला ने एक बार फिर सभी वर्करों और पदाधिकारियों को एक साथ होने की अपील की। इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि पार्टी में आपसी छोटे-मोटे मतभेद समाप्त हो जाते हैं। लेकिन साजिशें और षडयंत्र पार्टी को कमजोर करते हैं, दुष्यंत और दिग्विजय के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का पूरा जिम्मा अनुशासन कमेटी को सौंप दिया है। इस केस में सात दिन का फिर वक्त दिया गया है, जिसके बाद अनुशासनात्मक कमेटी की रिपोर्ट इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला को सौंपी जाएगी और उसी के बाद कोई फैसला लिया जाएगा।

वहीं ओपी चौटाला ने कहा कि परिस्थितयां आपके अनुकूल है और छोटे-मोटे जो भी मतभेद हैं वो समाप्त हो जाएंगे। प्रदेश में आने वाला वक्त इनेलो और बसपा का है। लेकिन मौजूदा ताकतें संगठन को कमजोर कर रही है। ओपी चौटाला ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता फैलाई जा रही है और हर आदमी इसको लेकर चितिंत है और उन्होंने पार्टी में मतभेद और मनभेद खत्म करने की अपील की। उन्होंने बताया कि हमने पार्टी में अच्छे लोगों को लिया है और जो अनुशासनहीनता करते हैं उनके खिलाफ एक्शन भी लिया है।

ओपी चौटाला ने कहा कि वो कार्यकारिणी सदस्यों की राय लेना जरुरी समझते है। जो भी लोग संगठन से जुड़ना चाहते हैं उनकी सूची बनाकर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा को दें और जो लोग अनुशासनहीनता करने वाले बच गए गए हैं उनकी सूची भी तैयार करके दी जाए, मैंने सख्त कदम उठाकर इनसो और युवा लोकदल को समाप्त किया है और नये सिरे से इसका गठन किया जाएगा। चौटाला ने कहा कि मुझे मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा है।

चौटाला ने बैठक में कहा कि मेरी इच्छा है कि संगठन के माध्यम से चौधरी देवीलाल का सपना पूरा हो सके। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई क्लेश नहीं है कुछ स्वार्थी लोग अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए इस प्रकार की कोशिशें करते हैं, हम किसी व्यक्ति विशेष को खुश करने के लिए संगठन को कमजोर नहीं कर सकते।