‘चप्पल चोर पकिस्तान’ इस तरह भारतीय अमेरिकियों ने असल में दिखाई पाक की औकात

खबरें अभी तक। पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव से मिलने गईं उनकी मां और पत्नी के साथ हुई बदसुलूकी को लेकर वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर भारतीय अमेरिकियों और बलोचों ने विरोध प्रदर्शन किया.

 

‘चप्पल चोर पाकिस्तान’ के पोस्टर-बैनर लिए इन प्रदर्शनकारियों ने यहां पाकिस्तान विरोधी लगाए. इनमें से एक प्रदर्शनकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘जब वो किसी परेशान महिला (कुलभूषण की पत्नी) की चप्पल चुरा सकते हैं, तो मुझे उम्मीद है वो इनका इस्तेमाल भी करेंगे. मैं बस एक चीज़ कहना चाहता हूं- पाकिस्तान का मतलब क्या? अमरीका (अमेरिका) से डॉलर ला, हिंदुस्तान के जूते खा.’

वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान ने जिस तरह से व्यवहार किया, उससे उनकी संकीर्ण सोच उजागर होती है. यहां लोगों को भी समझना चाहिए कि पाकिस्तान को चलाने वाले नीति निर्माताओं की भी ऐसी ही संकीर्ण सोच है.’

दरअसल, पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से मुलाकात करने गई उनकी मां और पत्नी के साथ वहां हुए दुर्व्यहार पर भारत ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी. पाकिस्तानी अधिकारियों ने जाधव के साथ मुलाकात से पहले उनकी मां और पत्नी कपड़े बदलवाए थे, यहां तक उनके गहने और बिंदी भी उतरवा ली थी. इसके साथ उन्होंन जाधव की पत्नी के जूते भी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जब्त कर लिया था.

बता दें कि पूर्व नौसेना अधिकारी से व्यापारी बने जाधव को 3 मार्च 2016 को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें आतंकवाद व जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है. इस सजा पर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने रोक लगाई हुई है.

भारत का कहना है कि जाधव बेगुनाह हैं और उन्हें ईरान से अपहरण किया गया है. जाधव नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद व्यापार के लिए ईरान गए थे. मौत की सजा सुनाए जाने के बावजूद पाकिस्तान ने बीते हफ्ते कहा कि उन्हें तत्काल फांसी का कोई खतरा नहीं है, क्योंकि उनकी दया याचिका अभी लंबित है.