गुंडों ने तमंचे की नोक पर किया पत्रकार का अपरहण

खबरें अभी तक। पावटा साहिब में आपराधिक किस्म के लोग कलम के सिपाहियों को लगातार निशाने पर ले रहे हैं। शहर में 1 महीने के भीतर दो पत्रकारों पर हमले हो चुके हैं। बीती रात शहर के बद्रीपुर क्षेत्र में कुछ गुंडों ने एक न्यूज़ चैनल के पत्रकार का पिस्तौल की नोक पर अपहरण का प्रयास किया। अपहरण में असफल होने के बाद गुंडों ने सरे बाजार पत्रकार की पिटाई कर डाली। शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है।

पांवटा साहिब क्षेत्र पत्रकारों के लिए असुरक्षित और गुंडे मवालीओं के लिए सुरक्षित शरण स्थली बनता जा रहा है। यहां मीडिया की निष्पक्ष आवाज को दबाने का लगातार प्रयास हो रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि गत 1 माह पूर्व पत्रकार पर हमले की वारदात होने के बावजूद भी ऐसे तत्वों को कोई सबक नहीं सिखाया गया। जिसकी वजह से इसी तरह के अन्य लोगों के भी हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। शुक्रवार की रात्रि कानून से बेखौफ कुछ ऐसे ही गुंडों ने दैनिक समाचार चैनल के पत्रकार अक्षय गिल पर हमला किया।

हमलावरों के हौसले इतने बुलंद थे की उन्होंने सरे बाजार अक्षय गिल का तमंचे की नोक पर पहले अपहरण का प्रयास किया। पत्रकार ने किसी तरह अपने आप को छुड़ाकर एक दुकान में शरण ली। पीछा करते अपहरणकर्ता वहां पहुंचे और पत्रकार की पिटाई कर दी। हैरानी की बात यह है कि अपना हर दुख दर्द लेकर पत्रकारों के पास पहुंचने वाले कथित सभ्य समाज के लोग भी मूकदर्शक बने रहे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पत्रकारों की सुरक्षा आखिर कौन सुनिश्चित करेगा।

वंही इस पुरी घटना के बाद पत्रकार जगत में रोष है। सभी पत्रकार यहां हो रही घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार विभाग ऐसे असामाजिक तत्वों को सबक सिखाने में असफल साबित हो रहे हैं। ऐसे में पत्रकारों ने मांग की है कि मामले के दोषियों को ऐसी सख्त सजा मिले जिससे अन्य अपराधियों को भी सबक मिले।