रोहिंग्या प्रवासियों को वापिस म्यांमार भेजने पर संयुक्त राष्ट्र ने की भारत की आलोचना

ख़बरें अभी तक। छह सालों पहले अवैध रूप से भारत में घुसने वाले सात रोहिंग्या प्रवासियों को गुरुवार को भारत ने म्यांमार वापस भेज दिया. शुक्रवार को भारत के इस कदम की संयुक्त राष्ट्र ने आलोचना की.

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि उसे उन सात व्यक्तियों की सुरक्षा की बड़़ी चिंता हो रही है जो बृहस्पतिवार को भारत से म्यांमार लौटे. उन्हें म्यांमार वापस भेजे जाने से पहले संयुक्त राष्ट्र ने चिंता प्रकट की थी कि इन व्यक्तियों को लौटाते समय उस खतरे की अनदेखी की गयी जिसका उन्होंने म्यांमार में झेला है.

बता दें रोहिंग्या म्यांमार में दशकों से सुरक्षाबलों के हिंसक कार्यक्रमों के निशाने पर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने चिंता व्यक्त की कि भारतीय अधिकारियों ने उसके इस अनुरोध पर जवाब नहीं दिया कि वह उस देश में अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी सुरक्षा के इन लोगों के दावे का मूल्यांकन कर रही है.