सुबह खाली पेट खाएं तुलसी की 4 पत्तियां, दूर भागेंगे ये 10 रोग

खबरें अभई तक। भारतीय संस्कृति में तुलसी को पूज्‍यनीय माना जाता है, धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ तुलसी औषधीय गुणों से भरी है। आयुर्वेद के अनुसार, तुलसी ऐसी औषधि है जो ज्यादातर बीमारियों को दूर करने में कारगर है। इसका उपयोग संक्रामक रोगों के अलावा कई जानलेवा बीमारियों को जड़ से खत्‍म करने में लाभकारी है। रोजाना नियमित रूप से तुलसी की पत्तियों के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे बीमारियां करीब नहीं आ पाती है। तुलसी का सेवन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। आइए हम आपको बता रहे हैं तुलसी से होने वाले फायदों के बारे में…

 

 

बीमारियों को दूर करने में कारगर है तुलसी

  • अपने गले को ठीक करने के लिए आप तुलसी के पत्तों का भी प्रयोग कर सकते हैं. इसके लिए कुछ तुलसी के पत्ते लें और इन्हें पानी में डालकर अच्छी तरह से उबाल लें। इसके बाद इस पानी का सेवन करें आपको जल्द ही गले की खराश से मुक्ति मिल जायेगी।
  • तुलसी में यूजीनोल, मिथाइल यूजेनॉल और कैरियोफिलिन जैसे तत्‍व पाए जाते हैं, जिससे पैन्क्रीऐटिक बीटा सेल्स सही से काम करते हैं। जिसकी वजह से शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बनी रहती है, और ब्लड शुगर लेवल का स्तर भी ठीक रहता है। जो डायबिटीज होने से रोकता है।
  • एक शोध में यह पाया है की तुलसी की पत्तियों में तनाव को करने वाले हार्मोन यानी कोर्टिसोल पाया जाता है। तुलसी की रोज़ 12 पत्तियां खाने से आपको तनाव छुटकारा मिल जाएगा।
  • कैंसर के खतरे को कम करें तुलसी में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण पाए जाते हैं। जो स्तन कैंसर और मुँह के कैंसर को बढ़ने से रोकता है।
  • किडनी की पथरी को हटाने के लिए सुबह तुलसी के रस में शहद मिला कर पीएं। इसे छह महीने तक पीएं, इससे ना केवल किडनी से पथरी हटेगी बल्कि उससे होने वाले दर्द में भी आराम मिलेगा।
  • तुलसी के पत्तों का दो-दो बूंद रस 14 दिनों तक आंखों में डालने से रतौंधी ठीक हो जाती है। आंखों का पीलापन ठीक होता है। आंखों की लाली दूर करता है। तुलसी के पत्तों का रस काजल की तरह आंख में लगाने से आंख की रौशनी बढ़ती है।
  • सभी प्रकार के बुखार को जड़ से खत्म करने के लिए तुलसी कारगर साबित होती है। 20 तुलसी की पट्टी और 10 काली मिर्च मिलाकर बनाए गए काढ़े को पीने से पुराने से पुराना बुखार छू-मंतर हो जाता है। तुलसी की मदद से किसी भी तरह के बुखार को बगैर पैरासिटामॉल और एंटीबायोटिक के उपयोग के भी ठीक किया जा सकता है।
  • तुलसी के रस से पेट के कीड़े, उल्टी, हिचकी, भूख  लगना, लीवर की कार्यशक्ति बढ़ाना, ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम करना, पेट की गैस, दस्त, कोलाइटिस, आदि सभी बिमारियों में लाभ होता है। आधा चम्मच रस या दस पत्ते तुलसी के रोजाना लें।
  • सांस की बदबू को दूर करने में भी तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं और नेचुरल होने की वजह से इसका कोई साइडइफेक्ट भी नहीं होता है। अगर आपके मुंह से बदबू आ रही हो तो तुलसी के कुछ पत्तों को चबा लें। इससे सांस की बदबू दूर हो जायेगी।
  • अगर आपको साइनसिस, एलर्जी, सिरदर्द और सर्दी की शिकायत रहती है तो तुलसी की पत्तियों को पानी में अच्छे से उबाल लें। अब इसे छान लें। छाने के बाद इसे थोड़ा थोड़ा करके पीएं। इससे आपको सर दर्द में आराम मिलेगा।