अपनी ही इस घोषणा से पलटी हरियाणा सरकार, कहा ये तो उत्साह में करवाई गई घोषणा थी

ख़बरें अभी तक।  प्नदेश सरकार ने एक बार फिर एक बड़ी घोषणा को लेकर पलटी मार ली है। सरकार बनने के बाद साल 2015 में एक रैली के दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर ने गांव मनेठी में एम्स खोलने की घोषणा की थी ताकि क्षेत्र के लाखों लोगों को इसका लाभ मिल सके। लेकिन अब चार वर्ष बीतने के बाद भी वो घोषणा घोषणा तक ही सीमित है.
जिसको लेकर अब ग्रामीणों में रोष है औऱ ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं. साथ ही लोगों ने अब उनकी इस मांग को पूरा ना करने की स्थिति में चुनावों के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद यहां पर एम्स बनाने की घोषणा की थी। जिसके लिए गांव मनेठी की पंचायत द्वारा सभी फॉर्मेलटीज  पूरी की गई और एम्स के लिए 200 एकड़ भूमि भी दी गई है। इस मामले पर बनी संघर्ष समिति सीएम खट्टर से भी मुलाक़ात कर चुकी है। लेकिन उन्होंने अपने जवाब में कहा कि राव इंद्रजीत ने दवाब बनाकर उनसे यह घोषणा करवाई थी।
जिसको लेकर नाराज लोगो ने शांति पूर्ण अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। बता दें कि मुख़्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने रेवाड़ी में 29 सितंबर को पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि एम्स का प्रोजेक्ट सेंट्रल गोवेर्मेंट ने पास नहीं किया कुछ लोगों ने उत्साह में आकर एम्स की घोषणा करवा दी थी।