जर्जर हुआ जोशियाडा मोटर पुल, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

खबरें अभी तक। जोशियाडा मोटर पूल वाहनों के आवागमन का एक मात्र पूल है इस मोटर पुल से विकास भवन के तमाम अधिकारी कर्मचारी ,नेहरू पर्वता रोहण संस्थान,बडागड्डी पट्टी,धनारी पट्टी ,गाजणा पट्टी सहित टिहरी जनपद के लोगों का आवागमन होता है, लेकिन यह पूल काफी जर्जर हो रखा है  पुल लगभग 4 दशक पुराना है और इस मोटर पुल ने उत्तरकाशी की 1978 और 2012-13 की बाढ को झेला है और अब यह काफी जर्जर हो गया है.

इस मोटर पुल की डेकिंग काफी कमजोर हो रखी है तभी तो मोटर पुल के पास साइन बोर्ड पर लिखा है कि एक बार में एक ही वाहन प्रवेश करे लेकिन पुल के दोनों ओर पुलिसकर्मी भी मोजूद नहीं है ताकि एक समय में एक वाहन पुल से गुजरा जाए वहीं लोक निर्माण विभाग पुल की मराम्मत भी नहीं करवा रहा है और लोगों का कहना है कि पूल इतना जर्जर हो रखा है कि कभी भी गिर सकता है और एक बडा हादसा जोशियाडा मोटर पुल पर हो सकता है.

जोशियाडा मोटर आवागमन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है इस पुल से प्रति हजारों लोग आवागमन करते है लेकिन पुल की डेकिंग काफी कमोजर हो चुकी है जिससे पुल जर्जर हालत मे है मोटर पुल से जोशियाडा क्षेत्र के लोग और विकास भवन के अधिकारी कर्मचारी,बडागड्डी पट्टी ,धनारी पट्टी ,गाजणा पट्टी और टिहरी जनपद के लोगों का आवागमन  प्रतिदिन होता इतना हीं नहीं यह मोटर पुल केदारनाथ यात्रा को भी जोडता है लेकिन विभागीय लापरवाहीं के कारण मोटर पुल की मराम्मत का कार्य सहीं समय पर नहीं होता है तभी तो पुल की प्लेटें साफ उखडती नजर आ रही है.

बता दें कि उत्तरकाशी में पुल टुटने का पर्याय बना हुआ है पिछले दिनों गंगोरी वैली ब्रिज दो बार टूटा था लोगों का कहना है कि यदि पुल टूटा तो कई जाने जा सकती है लेकिन ना ही विभाग और ना ही जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान दे रहा है पुलिस के द्वारा भी भारी लापरवाही दिखाई दे रही है पुल पर कोई भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं है और कई वाहन एक बार में हीं  पुल पर गुजर रहे है अगर बडा हादसा होता है तो अखिर कौन होगा जिम्मेदार.