SC में CJI के तौर पर दीपक मिश्रा ने आखिरी बार संभाली कमान

ख़बरें अभी तक। कल जस्टिस दीपक मिश्रा ने भारत के प्रधान न्यायाधीश के तौर पर आखिरी बार सुप्रीम कोर्ट की कमान संभाली. बेंच में उनके साथ जस्टिस रंजन गोगोई और एएम खानविलकर भी मौजूद रहे. बता दें जस्टिस गोगोई मिश्रा के बाद सीजेआई का पद संभालने वाले हैं.

पिछले दस दिन में आधार, समलैंगिकता, एडल्टरी और सबरीमला विवाद जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसले सुनाए. CJI ने इन सभी मुद्दों पर फैसला सुनाने वाली बेंचों की अध्यक्षता की थी. करीब 25 मिनट तक चली कार्यवाही के दौरान मिश्रा काफी भावुक नजर आए. कार्यवाही के बाद एक वकील ने मिश्रा की लंबी उम्र की कामना के लिए बॉलीवुड का ‘तुम जियो हजारों साल…’ गाना शुरू कर दिया. लेकिन मिश्रा ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और कहा, ‘अभी मैं अपने दिल से बोल रहा हूं, शाम को दिल से जवाब दूंगा.’

 

जस्टिस दीपक मिश्रा का सफर

-जस्टिस मिश्रा को 17 जनवरी 1996 को उड़ीसा उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.

-इसके बाद उनका मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में तबादला हो गया था.

-वह 19 दिसंबर 1997 को स्थायी न्यायाधीश बने थे.

-उन्होंने 23 दिसंबर 2009 को पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण किया था.

-वह 24 मई 2010 को दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने थे.

-वह 10 अक्टूबर 2011 को प्रमोट होकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे

-28 अगस्त 2017 को दीपक देश के प्रधान न्यायाधीश बने.