लापरवाही के चलते दिल्ली के MCD अस्पताल में 12 बच्चों की मौत

खबरें अभी तक। दिल्ली में पिछले दो हफ्तों में किंग्सवे कैम्प स्थित महर्षि वाल्मीकि संक्रामक अस्पताल (MCD) में करीब 12 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं मरने वाले बच्चों के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बच्चों की मौत की वजह डिप्थीरिया नामक संक्रामक बीमारी को बताया जा रहा है। वहीं अस्पताल पल्ला झाड़ते हुए कहा की स्टॉक में दवा न होने के कारण बच्चों की मौत हुई है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि वैक्सीन मंगवाई गई है जो सितंबर के आखिर तक मिल जाएगी।

उन्होंने कहा कि परिजन बच्चों को ऐसी स्थिति में लेकर आते हैं जब उनको बचाना भी मुश्किल हो जाता है। मृतक बच्चों के परिवार वाले दिल्ली से बाहर के रहने वाले हैं और अलग-अलग राज्यों से रैफर होकर यहां आए हैं। परिजनों ने आरोप लगाया कि इतने बड़े अस्पताल में डिप्थीरिया के लिए वैक्सीन तक मौजूद नहीं है। वहीं इस वैक्सीन की कीमत बाजार में करीब 10 हजार रुपए तक है।

जिसके कारण परिजनों के लिए इसे खरीद पाना आसान नहीं है। MCD में डिप्थीरिया से पीड़ित करीब 300 बच्चे भर्ती हैं। वहीं लोग अब अपने बच्चों को दूसरे अस्पतालों में लेकर जा रहे हैं। एक मृतक बच्ची के परिजन ने बताया कि सुबह जब बेटी को अस्पताल में भर्ती करवाया था तो वह ठीक थी लेकिन शाम को डॉक्टरों ने कहा कि उसकी मौत हो गई।